Bhopal Crime News: घंटों मशक्कत के बाद नदी से बाहर निकाली गई सड़ी हुई लाश
भोपाल। पुलिस की दहशत में आकर एक व्यक्ति मानवता भूल गया। उसने शर्मसार कर देने वाला कदम भी उठा लिया। यह दिल दहला देने वाली घटना मध्य प्रदेश (MP Crime News) की राजधानी भोपाल (Bhopal Crime News) के देहात क्षेत्र में स्थित ईटखेड़ी थाना क्षेत्र की है। उसको जब लगा कि उससे गलती हो गई है तो वह कोटवार के घर पर पहुंच गया। उसने सारा गुनाह कबूलते हुए थाने ले जाने की मांग रखी। उसकी कहानी सुनकर पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसके बाद पुलिस दिनभर उसकी दी हुई सूचना से जूझती रही।
गांव में हल्ला मचा
ईटखेड़ी थाना पुलिस ने चार दिन पहले गुमशुदगी दर्ज की थी। यह गुमशुदगी गणेश राम पिता हरलाल सिलावट उम्र 50 साल निवासी रायपुर की थी। गुमशुदगी उसके बड़े भाई सुरेश सिलावट (Suresh Silavat) ने दर्ज कराई थी। गणेश राम सिलावट मिस्त्री का काम करता था। वह शराब पीने का भी आदी था। भाई को शक था कि सुरेश का एक अन्य भाई मुन्ना उर्फ पूरण सिलावट (Munna@Puran Silavat) कोई जानकारी रखता है। शक के आधार पर पूरण सिलावट की तलाश की गई। वह नहीं मिला और घर से गायब था। इस कारण पुलिस को यकीन हो गया कि कुछ तो गड़बड़ है। इधर, गांव में कई तरह की सूचनाएं फैलने लगी। पुलिस ने दबाव बनाया तो वह कोटवार के घर पहुंच गया।
ऐसे डूबोई थी लाश
पूरण सिलावट उर्फ मुन्ना (Puran Silavat@Munna) ने कोटवार के घर शनिवार सुबह पहुंच गया। उसने कहा कि उससे अपराध हो गया है और वह उसको पुलिस के पास ले जाए। उसने सरेंडर करने की इच्छा जताते हुए पूरी कहानी सुना दी। वह सुनने के बाद कोटवार ने भी देरी नहीं की और उसको लेकर थाने पहुंच गया। थाने में पहुंचकर पूरण सिलावट ने बताया कि उसने भाई की लाश को चमारी नदी (Chamari River) में करीब सात फीट गहराई में जाकर छुपा दिया है। पुलिस उसके बताए ठिकाने पर पहुंची। उसने बताया था कि लाश गोदडी में हैं और उस पर भारी पत्थर रखे हुए हैं। उसने जैसा बताया वैसा वहां मिला भी। लेकिन, लाश करीब चार दिन पुरानी थी इसलिए उसको बाहर निकालने के लिए कोई तैयार नहीं था।
सरकारी जमीन पर है कब्जा
मुन्ना उर्फ पूरण सिलावट ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। उसमें उसने मक्के की फसल लगाई है। इस फसल को जानवरों से बचाने के लिए उसने चारों तरफ करंट की फेसिंग कर दी थी। चार दिन पहले भाई गणेश राम (Ganesh Ram) उससे मिलने आया था। गणेश उस वक्त नशे की हालत में था। इसलिए वह करंट के तार को देख नहीं सका। जिसकी चपेट में आकर वह मर गया। यह देखकर आस—पास के लोगों ने बताया कि वह फंस जाएगा। इस कारण दहशत में आकर उसने लाश को गोदड़ी में लपेटकर चमारी नदी में दफना दिया।
छह भाई में चार बचे
ईटखेड़ी थाना प्रभारी करण सिंह (Karan Singh) ने बताया कि लाश को निकालने में काफी मशक्कत की गई। ड्रायवर कमल की मदद से उसको बाहर निकाला गया। जहां लाश थी वहां जंगल था। इसलिए कोई जाने को राजी नहीं था। ट्रेक्टर बुलाकर शव उसमें रखा गया। वह बाहर लाया जाता ट्रैक्टर ही दलदल में फंस गया। इसलिए दूसरे ट्रैक्टर को बुलाकर उसको बाहर निकाला गया। गणेश राम (Ganesh Ram) छह भाई थे। इनमें से एक भाई श्याम लाल (Shayam Lal) ने कुछ महीने पहले आग लगा ली थी। जबकि एक अन्य भाई को जंगली जानवर ने काट लिया है। वह अपना इलाज करा रहा है। पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर शव पीएम के लिए भेज दिया है। पीएम रिपोर्ट के बाद पुलिस अगली कार्रवाई करेगी।
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