पाकिस्तान के खिलाफ भारत की आतंरिक कूटनीतिक जारी, पाकिस्तान दिवस पर जाने के बाद कार्रवाई
नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट जेकेएलएफ पर बैन लगा दिया है। आरोप है कि यह संगठन कश्मीरी पंडितों के खिलाफ माहौल बना रहा था। यह देश के दुश्मनों से पैसा लेकर किया जा रहा था। इससे पहले जेकेएलएफ के संस्थापक सदस्य यासिन मालिक पाकिस्तान डे पर निमंत्रण में गए थे।
जानकारी के अनुसार इस पूरी कार्रवाई को भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए ऑपरेशन माना जा रहा है। इससे पहले जेकेएलएफ से जुड़े पदाधिकारियों के घरों पर एनआईए ने छापामार कार्रवाई की थी। जिसके बाद शिकंजा कसता जा रहा था। इसी कड़ी में गृह मंत्रालय ने जेकेएलएफ समेत कई अन्य संगठनों को मुहैया काई गई सुरक्षा को वापस लिया था। जेकेएलएफ 43 साल से काम कर रहा था। हालांकि कश्मीर में हुई हिंसाओं में इसी संगठन से जुड़े पदाधिकारियों की भूमिका के मामले में तीन दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज थी। गृह मंत्रालय इससे पहले जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध लगाया गया था।
इमरान के ट्वीट से मचा बवाल
इधर, पाकिस्तान डे पर भारत ने कूटनीतिक निर्णय लेते हुए भाग न लेने का निर्णय लिया। इस निर्णय के बाद कोई भी कार्यक्रम में नहीं गया। इसी बीच शुक्रवार रात कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा कि पीएमओ पाकिस्तानी डे के बहिष्कार करने के बावजूद किस हैसियत से बधाई संदेश प्रेषित किया गया। इस संदेश को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी ट्वीट किया है। भारत के प्रधानमंत्री ने बधाई संदेश में कहा है कि आतंकवाद और हिंसा से मुक्त माहौल में लोकतांत्रिक मूल्यों और शांति में मिलकर काम करें।