Jabalpur Cheating Case: फूड अफसरों की मिलीभगत से एक्सपायर आयटम बिकते थे, दिल्ली से माल खरीदकर उसके टैग बदलता था गिरोह
जबलपुर। एक्सपायरी घरेलू और कॉस्मैटिक सामानों पर फर्जी लैबल लगाकर व्यापारियों और ग्राहकों को माल खपाने वाले एक रैकेट (Jabalpur Cheating Case) का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। यह गिरोह दिल्ली (Delhi News) से पुराने माल को खरीदकर उसका नया लैबल (Jabalpur Fake Label Case) लगाता था। यह गिरोह मध्य प्रदेश (MP Crime News) के जबलपुर (इलाके से चल रहा था। पुलिस ने इस मामले (Jabalpur Fraud Case) में दो व्यक्तियों को चिन्हित करके एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है। आरोपियों के कब्जे से करोड़ों रुपए का माल बरामद किया गया हैं पुलिस को शक है कि यह गिरोह फूड विभाग के अफसरों की मिलीभगत से चल रहा था। जिसके संबंध में पुलिस पड़ताल कर रही है।
कैसे मिला सुराग
घटना जबलपुर जिले के माढ़ोताल थाना (Madhotal Expire Goods Case) क्षेत्र की है। यहां पुलिस को मुखing Case बिरों से खबर मिली थी कि ग्रीन सिटी में अनुश्री कॉलेज के पास तथा चांडाल भाटा में गोदाम (Jabalpur Expire Goods Godown) है। इस गोदाम में एक्सपायर माल भरा हुआ है। यह माल साजिश करके बेचा जा रहा है। गोदाम में पुलिस ने दबिश देकर करोड़ों का माल जब्त किया। गिरोह से जुड़े कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पुलिस ने इस मामले में चांडाल भाटा निवासी जीतेन्द्र बसवानी (Jitendra Baswani) को गिरफ्तार किया है।
सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान
आरोपी जितेन्द्र बसवानी ने बताया कि वह सामान दिल्ली से लाते थे। माल एक्सपायर हो जाता था तो उन्हें सस्ते दामों में खरीदा जाता था। उस पर नई तारीख का लेबल लगाकर (Jabalpur Fake Label Case) हम व्यापारियों और ग्राहकों को खपाते थे। आरोपियों के दो गोदाम है एक ग्रीन सिटी में और दूसरा चांडाल भाटा में। दोनों गोदामों में लेबल चेंज करने वाली मशीने भी जब्त की गई हैं। इससे सरकार को भी करोड़ों रुपए का नुकसान होता था। मामला जीएसटी कर चोरी से भी जुड़ा है। घटना की पुष्टि माढ़ोताल थाना प्रभारी रीना पांडे (TI Reena Pandey) ने की है।
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दिल्ली से जुड़े हैं तार
ठगी करने वालों के गिरोह (Jabalpur Thug Racket) के तार दिल्ली से जुड़े हैं। जीतेन्द्र बसवानी ने बताया कि दिल्ली व्यापारी हमें कांटेक्ट करते थे जो सामान एक्सपायर हो जाता था, उसे हमें कम दामों में बेचते (Jabalpur GST Chor) थे। जिससे उन्हें भी नुकसान नहीं होता था और हमें ज्यादा से ज्यादा फायदा होता था। एक्सपायरी सामान जिन पर लेबल लगाकर व्यापारियों को बेचा जाता था जैसे साबुन, शैम्पू, च्यवनप्राश, कोलगेट, हेयर कलर, टॉयलेट क्लीनर, एयर प्यूरीफायर शामिल हैं। पुलिस इस मामले को कर चोरी से देख रही है। जिसकी जानकारी वह जीएसटी से भी साझा कर रही है।
रडार में फूड के अधिकारी
जबलपुर में एक्सपायर सामान (Jabalpur Expire Goods Supply Case) पर नया लेबल लगाकर धोखाधड़ी करने वाले इस गिरोह के संबंध में मिलीभगत का शक पुलिस को है। पुलिस को लगता है कि इस गिरोह को फूड डिपार्टमेंट से पनाह मिली हुई थी। इसलिए आरोपियों के कॉल डिटेल को पुलिस खंगाल रही है। पुलिस ने इस मामले में एक अन्य आरोपी अनिल खत्री (Jabalpur Cheating Case) को पूछताछ के लिए तलाश रही है। जितेन्द्र बसवानी उसको गिरोह का मास्टर माइंड होने का दावा कर रहा है। जांच के लिए पुलिस आरोपियों के दिल्ली से जबलपुर में लाए गए माल की बिल्टी भी खंगाल रही है।
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