MP Cyber Crime: राशन के लिए दिया आधार भविष्य के लिए मुश्किलें अपार

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लॉक डाउन में एक्टिव हुए हैकर विभिन्न माध्यमों से लगा रहे हैं सेंध

केस1

टीकमगढ़ जिले की रहने वाली नाजिया हसन के शुक्रवार सुबह लगभग 8 बजे एक फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने उससे कहा कि कौन बनेगा करोड़पति में उसका चयन हुआ है। उसको भाग लेने के लिए खाते में रकम जमा करनी होगी। जब नाजिया ने उसको मना किया तो वह धमकाने लगा। नाजिया ने बताया नंबर पाकिस्तान का डिस्पले हो रहा था और वह व्हाट्स एप्प पर कॉल आया था।

केस2

इसी तरह सतना निवासी जमुना प्रसाद प्रजापति को फोन आया। जिस व्यक्ति ने फोन किया उसने अपना परिचय बीएसएनएल कर्मचारी के रुप में दिया। उसने कहा कि वह व्हाट्स एप्प पर एक लिंक भेज रहा है। उस लिंक की मदद से एक रुपए का रिचार्ज करना होगा। ऐसा जमुना प्रसाद ने किया भी लेकिन, उसके बाद उनके खाते से किस्तों में करीब 30 हजार रुपए निकल गए।

MP Cyber Crime
सांकेतिक चित्र

भोपाल। (Bhopal Hindi Cyber Crime News) देश कोरोनावायरस की महामारी से जूझ रहा है। इस समस्या से निपटते लगभग 52 दिन बीत चुके हैं। इन 52 दिनों में संपत्ति, दुर्घटना, ज्यादती और छेड़छाड़ से लेकर अन्य आपराधिक मुकदमों (MP During Lock Down Crimnal Case) में कमी आई है। लेकिन, सायबर क्राइम (MP Cyber Crime News) का क्रम नहीं रुका। यह आज भी बदस्तूर जारी है। हैकर इन दिनों में काफी सक्रिय रहे। इस दौरान कई लोगों को टारगेट किया गया। यह मामले थाने भी पहुंचे। हालांकि कोरोना ड्यूटी के चलते पुलिस इन मामलों (Madhya Pradesh Hacker News) को गंभीरता से नहीं ले रही। नतीजतन या तो मामले को जांच में लेकर रखा जा रहा है या फिर फरियादी की शिकायत ही दर्ज नहीं की जा रही। लगभग यह हालात मध्य प्रदेश के सारे जिलों में एक समान हैं।

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कई जानकारियां सार्वजनिक
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Crime News In Hindi) के कई जिलों में कोरोनावायरस के दौरान अनाज का संकट भी गहराया। इस संकट से निपटने के लिए कई जगह सामाजिक संस्थाओं अथवा सरकार की तरफ से राशन भी वितरित किया गया। इस वितरण में लोगों से आधार कार्ड, राशन कार्ड समेत अन्य जानकारियां मांगी जा रही थी। परेशान लोगों ने यह जानकारियां समाधान के लिए मुहैया कराई। अब यह जानकारियां जिन हाथों में पहुंची है वह कितनी सुरक्षित है इस पर सवाल बना हुआ है। हैकरों को इन्हीं जानकारियों की आवश्यकता होती है। इसका इस्तेमाल करके वे लोगों तक आसानी से पहुंच जाते हैं। आधार कार्ड की मदद से कई तरह के दूसरे अपराध भी किए गए है जिसमें सच्चाई पता चली तो हैकर उसके लिए जिम्मेदार बताए गए हैं। इनकी मदद से ही डुप्लीकेट सिम से लेकर बाइक फायनेंस करने के मामले सामने आ चुके हैं।

यह कर रही है पुलिस
टीकमगढ़ (Tikamgarh Hindi News) निवासी नाजिया हसन (Najiya Hasan) अपनी जागरुकता के चलते ठगी का शिकार होने से बच गई। उसने यह भी जागरुकता दिखाई की दूसरा शिकार न बन जाए तो जानकारी पुलिस को दी जाए। उसने बकायदा पुलिस कंट्रोल रुम को इसकी खबर दी। लेकिन, कंट्रोल रुम ने उसको सलाह दी कि ऐसे फोन बहुत आते हैं। वह शिकायत करने के लिए थाना प्रभारी के पास चले जाए। कंट्रोल रुम ने किसी तरह की कोई सहायता नहीं की। इसी तरह सतना (Satna Hindi News) के रहने वाले टीचर जमना प्रसाद प्रजापति (Jamna Prasad Prajapati) के खाते से तो हैकरो ने लगभग सवा एक लाख रुपए निकाल लिए। इस पर एक्शन लेने की बजाय पुलिस ने उसको बिना एफआईआर के भगा दिया। चौका देने वाली बात यह है कि थाना पुलिस ने यह तक कहा कि वह अदालत में जाकर शिकायत करे।

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अपील

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