जम्मू-कश्मीर। चुनाव के मौसम में एक बार फिर धारा 370 और कश्मीरी पंडितों का मुद्दा जोरशोर से उठाया जा रहा है। इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने बेहत आपत्तिजनक और विवादित बयान दिया है। उनके मुताबिक कश्मीरी पंडितों को बसाने की बात इसलिए की जा रही है। ताकि कश्मीर में मुस्लिमों की संख्या कम की जा सके।
ये कहा फारुख अब्दुल्ला ने-
‘’ये सोचते है कि लोगों को बाहर से लाएंगे, बसाएंगे। हमारा नंबर कम कर देंगे। हम क्या सोते रहेंगे। हम इसका मुकाबला करेंगे इंशाअल्लाह..हम इसके खिलाफ खड़े हो जाएंगे। कहते है 370 को खत्म करों। अरे करोगे तो फिर अल्लाह की कसम कहता हूं। अल्लाह को यहीं मंजूर होगा तो हम इनसे अलग हो जाएंगे। करें हम भी देखते है..मैं भी देखता हूं फिर कौन इनका झंडा खड़ा करने को तैयार होता है’’
#WATCH F Abdullah: Bahar se laenge, basaenge,hum sote rahenge?Hum iska muqabala karenge,370 ko kaise khatam karoge?Allah ki kasam kehta hun,Allah ko yahi manzoor hoga,hum inse azad ho jayen.Karen hum bhi dekhte hain.Dekhta hun phir kon inka jhanda khada karne ke liye taiyar hoga. pic.twitter.com/hrxoh9ECOY
— ANI (@ANI) April 8, 2019
अब्दुल्ला के बयान के सियासी मायने कुछ भी हो लेकिन एक बात साफ है कि वे भी कश्मीर की आजादी की बात में सुर से सुर मिलाने लगे है। कश्मीर में पंडितों की वापसी के खिलाफ वे दीवार बनकर खड़े है। वहीं दूसरी तरफ 2014 में धारा 370 हटाने का वादा करके सत्तासीन हुई भारतीय जनता पार्टी एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी।