Fake Currency : कलर प्रिंटर से छापे 85 लाख के नकली नोट, ग्रीन टेप से बनाते थे सिक्योरिटी थ्रेड

Share

महात्मा गांधी की फोटो बनाने के लिए इस्तेमाल करते थे सफेद रंग

पुलिस गिरफ्त में आरोपी

सूरत। गुजरात के सूरत में पुलिस ने नकली नोट (Fake Currency)  छापने और खपाने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके ठिकाने से 85 लाख रुपए के नकली नोट (Fake Currency) बरामद किए गए है। सूरत के सचिन इलाके में स्थित एक अपार्टमेंट में नोटों की छपाई का काम चल रहा था। बरामद किए गए नोटों में ज्यादातर 2-2 हजार के नकली नोट हैं।

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि अपार्टमेंट की 10 वीं मंजिल पर स्थित एक फ्लैट में नकली नोट (Fake Currency) छापे जा रहें है। सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की। पकड़े गए आरोपियों की पहचान कांजी रनछोर भरत और सुनीता के तौर पर हुई है। मौके से एक आरोपी भागने में कामयाब हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही हैं।

पुलिस ने बताया कि आरोपी कलर प्रिंटर और स्कैनर की मदद से नकली नोट (Fake Currency)  छापते थे। सिक्योरिटी थ्रेड बनाने के लिए वो ग्रीन टैप का इस्तेमाल करते थे। साथ ही महात्मा गांधी का फोटो बनाने के लिए सफेद रंग का उपयोग किया जाता था।

पुलिस ने 500 और 100 रुपए के भी नकली नोट बरामद किए है। 1.20 लाख रुपए के नोट बरामद किए गए है। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज है। अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज की गई थी। आरोपी आदतन अपराधी है। फिलहाल पुलिस पूछताछ कर रहीं है। जिसमें एक बड़े गैंग का खुलासा होने की उम्मीद है। नकली नोट छापकर कहां खपाए जाते थे। ये भी जांच के बाद ही पता चल सकेगा।

यह भी पढ़ें:   Suicide : फेसबुक पर लिखा- समलैंगिक हूं...यह मेरी नहीं भगवान की गलती और समुद्र में लगा दी छलांग

बरामद किए गए नोट इतनी सफाई से छापे गए है कि वो हुबहू असली नोट की तरह लग रहे है। इतनी बड़ी मात्रा में नकली नोट बरामद होने से पुलिस सकते में है। बताया जा रहा है कि आरोपी लंबे समय से इस गोरखधंधे में लिप्त थे।

Don`t copy text!