पुलिस अफसर की रिवॉल्वर चोरी करके डाका डालने वाले आठ बदमाश भागे, थाने में अन्य वारदातों को लेकर चल रही थी पूछताछ, वारदात के दौरान एक वृद्ध की कर दी गई थी हत्या
छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा एसपी मनोज कुमार राय की खुशियां दो दिन बाद ही दुख में बदल गई। दरअसल, उन्होंने 4 अगस्त को एक (Chhindwara Crime) गिरोह का खुलासा किया था। यह गिरोह जेल से प्रोडक्शन वारंट लेकर रिमांड पर था। इस गिरोह के सारे बदमाश मंगलवार को चकमा देकर फरार हो गए। इस मामले को जिला पुलिस ने दबा रखा है। गिरोह ने सिवनी जिले के एक पुलिस अफसर की रिवॉल्वर चोरी करने के बाद डकैती डाली थी। इस दौरान परिवार से हुई मुठभेड़ के दौरान डकैतों ने एक वृद्ध की पीट—पीटकर हत्या कर दी थी। यह खुलासा छिंदवाड़ा पुलिस ने रविवार को किया।
एएसपी शशांक गर्ग के अनुसार हिरासत में लिए गए आरोपी रवि उर्फ महाराज पिता रामप्रसाद दुबे उम्र 30 साल निवासी ग्राम बेला भंडारा महाराष्ट्र, रमेश उर्फ रोजगारी पिता गोकूल ठाकुर उम्र 30 साल निवासी पिपरिया, जिला सिवनी, देवा उर्फ देवराव पिता नेकराम किरार उम्र 36 साल निवासी बिछुआ जिला छिंदवाड़ा, चेतन पिता रमेश गायधने उम्र 33 साल निवासी भंडारा, महाराष्ट्र, गोलू उर्फ श्रावण खाकरे पिता परसराम खाकरे उम्र 31 साल निवासी मोहखेड़ा थाना छिंदवाड़ा, बड्डा उर्फ राजकुमार केराम पिता हेता केराम उम्र 20 साल निवासी नैनपुर जिला मंडला निवासी, मोनू ठाकुर पिता भूरामल उम्र 22 साल निवासी नैनपुर मंडला, एक अन्य नाबालिग से पूछताछ की जा रही थी। इसी पूछताछ के दौरान मौका पाकर यह आरोपी भाग गए थे। इनमें से तीन आरोपियों रवि, मोनू ठाकुर और राजकुमार को दबोच लिया गया है। बाकी पांच अपराधी अभी भी फरार है।
ऐसे भागे थे बदमाश
घटना (Chhindwara Crime) मंगलवार—बुधवार की दरमियानी रात 1 बजे हुई थी। सारे आरोपी अदालत से प्रोडक्शन वारंट पर थे। इसलिए जेल को सूचित करना नियमानुसार जरूरी था। लेकिन, छिंदवाड़ा थाना पुलिस ने ऐसा नहीं किया। वह कई घंटे तक मामले को दबाती रही। जानकारी के अनुसार संतरी पहरे पर तैनात सिपाही राजकिशोर को बदमाशों ने पानी पिलाने के बहाने अपने पास बुलाया। हवालात का लॉक अप खोला तो सिपाही को बदमाशों ने भीतर खींच लिया। उसके कब्जे से थाने के चैनल गेट की चाबी छीनी गई। सूत्रों के अनुसार थाने में उस वक्त कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। इसलिए संतरी ज्यादा देर बदमाशों को नहीं रोक सका। तीन बदमाशों को महाराष्ट्र पुलिस की मदद से दबोचा गया है। इस मामले (Chhindwara Crime) में एसपी छिंदवाड़ा ने टीआई राजेन्द्र मर्सकोले, चौकी प्रभारी उमरानाला दीपक डहेरिया, दो हवलदार को निलंबित कर दिया गया है। एक सप्ताह में एसपी ने सारे मामले की रिपोर्ट देने के लिए एएसपी शशांक गर्ग को आदेश दिए हैं।
क्या है मामला
छिंदवाड़ा जिले के मोहखेड़ा थाना क्षेत्र में उमरिया निवासी भीमराव पाठे के घर आधा दर्जन से अधिक डकैतों ने धावा बोला था। यह वारदात 25 और 28 जुलाई की दरमियानी रात एक बजे अंजाम दी गई थी। बदमाश दरवाजा तोड़कर भीतर घुसे थे। डकैतों ने उनका सामना करने वाले भीमराव, उसके पिता फकीरा, मां भागा बाई, पत्नी पूजा समेत अन्य सदस्यों को बंधक बना लिया। आरोपियों ने परिवार को कब्जे में लेने के लिए छिंदवाड़ा में रहने वाले (Chhindwara Crime) परिवार पर लाठी—डंडे और लोहे की रॉड से हमला भी किया था। इस हमले में फकीरा की दर्दनाक मौत हो गई थी। बदमाश यहां से एक लाख रुपए नकद और सोने—चांदी के जेवरात अपने साथ ले गए थे। घटना के बाद से आरोपियों की तलाश जारी थी।
ऐसे चढ़े पुलिस के हत्थेे
पुलिस टीम को सूचना मिली कि कुछ लोग (Chhindwara Crime) डकैती की योजना बना रहे हैं। जिसके बाद आरोपियों को घेराबंदी करने के बाद दबोचा गया। हिरासत में लिए गए आरोपी रवि उर्फ महाराज पिता रामप्रसाद दुबे उम्र 30 साल निवासी ग्राम बेला भंडारा महाराष्ट्र, रमेश उर्फ रोजगारी पिता गोकूल ठाकुर उम्र 30 साल निवासी पिपरिया, जिला सिवनी, देवा उर्फ देवराव पिता नेकराम किरार उम्र 36 साल निवासी बिछुआ जिला छिंदवाड़ा, चेतन पिता रमेश गायधने उम्र 33 साल निवासी भंडारा, महाराष्ट्र और गोलू उर्फ श्रावण खाकरे पिता परसराम खाकरे उम्र 31 साल निवासी मोहखेड़ा थाना छिंदवाड़ा को दबोचा गया। एक अन्य आरोपी मौके से फरार होने में कामयाब रहा। इस वारदात में तीन अन्य बदमाश भी शामिल थे। उन्हे तब दबोचा गया जब वे भोपाल भागने की योजना बना रहे थे। यह आरोपी बड्डा उर्फ राजकुमार केराम पिता हेता केराम उम्र 20 साल निवासी नैनपुर जिला मंडला निवासी, मोनू ठाकुर पिता भूरामल उम्र 22 साल निवासी नैनपुर मंडला, एक अन्य नाबालिग हैं।
सारे हार्डकोर अपराधी
आरोपी देवा उर्फ देवराव (Chhindwara Crime) काफी हार्डकोर अपराधी है। यह पहले नागपुर में एटीएम काटकर लूट की वारदात भी कर चुका है। आरोपी इससे पहले कई संपत्ति संबंधित मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। इसी दौरान जेल में हुई मुलाकात के बाद वह गिरोह बनाता था। आरोपी ने पूछताछ में कबूला है कि उन्होंने छह महीने पहले सिवनी एसडीओपी घंसोर की सरकारी रिवॉल्वर चोरी की थी। इसके अलावा बाइक और टीवी भी बरामद करने में कामयाबी मिली है। आरोपियों के कब्जे से एक इनोवा भी मिली हैं। इसी इनोवा से आरोपियों ने डकैती डाली थी।