पुलिस ने 24 घंटे में किया सनसनीखेज मामले का खुलासा, संदेही ही निकला हत्यारा
दुर्ग। Durg Triple Murder Case छत्तीसगढ़ के दुर्ग में हुए तिहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मंगलवार को हिरासत में लिया गया संदेही ही हत्यारा निकला। पुलिस ने उड़िसा के राउरकेला से रवि शर्मा (Ravi Sharma) नाम के युवक को हिरासत में लिया था। जांच के बाद खुलासा हुआ कि रवि शर्मा ने ही अपनी पत्नी मंजू सूर्यवंशी (Manju suryawanshi) उर्फ मंजू शर्मा (Manju Sharma) , डेढ़ माह की बच्ची और एक बेगुनाह युवक की बेरहमी से हत्या की। जिसके बाद वो फरार हो गया था। तीन लोगों की हत्या के बाद रवि शर्मा अपनी पहली पत्नी के साथ नई जिंदगी शुरु करना चाहता था। मंगलवार को सामने आए इस ट्रिपल मर्डर के लिए हत्यारे ने जो फिल्मी कहानी रची थी, उसे पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे।
बिहार के गया जिले में रहने वाले रवि शर्मा ने 2005 में धनबाद में रहने वाली संगीता शर्मा से शादी की थी। बढ़ई का काम करने वाले रवि शर्मा की ये पहली शादी थी। संगीता शर्मा से उसके दो बच्चे है। 2015 में रवि शर्मा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आ गया। यहां वो बढ़ईगिरी का काम करने लगा, इस दौरान उसकी पहचान मंजू सूर्यवंशी से हुई। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरु हो गया।
मंजू सूर्यवंशी भी पहले से शादीशुदा थी। पहली शादी से उसे एक बच्ची थी, जिसकी उम्र 10 वर्ष है, वो अपने पिता के साथ ही रहती थी। रवि और मंजू के बीच प्रेम प्रसंग आगे बढ़ा तो 22 नवंबर 2017 को रवि और मंजू ने मंदिर में जाकर शादी कर ली। रवि पहले से ही जानता था कि मंजू शादीशुदा है, इसके बाद भी उसने मंजू से शादी की। दोनों हुडको में किराए के मकान में रहने लगे। जिसके बाद वो तालपुरी के परिजात नगर में रहने चले गए।
शादी के कुछ सालों बाद ही रवि और मंजू के बीच घर के खर्चों को लेकर विवाह होने लगा। इसी बीच नवंबर 2019 में मंजू ने बेटी को जन्म दिया। लेकिन रवि और मंजू के बीच विवाद जारी रहा। घर के खर्चों को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि मंजू ने रवि को धमकी देना शुरु कर दी। मंजू कहती थी कि वो आत्महत्या कर लेगी और रवि को फंसा देगी।
मंजू से शादी करने के बाद भी रवि अपनी पहली पत्नी संगीता और बच्चों के संपर्क में था। वो राउरकेला में रहते थे। रवि उनसे मिलने भी जाया करता था। विवाद की वजह से रवि का मंजू से दिल उठ गया था। लिहाजा वो उसे और बच्ची को रास्ते से हटाना चाहता था। रवि अपनी पहली पत्नी और बच्चों के पास लौटना चाहता था। लेकिन मंजू और नवजात रास्ते में रुकावट बन रहे थे। उन्हें रास्ते से हटाने के लिए उसने एक फिल्मी कहानी रची और वारदात को अंजाम दे दिया।
पहली पत्नी संगीता के साथ नई जिंदगी शुरु करने के लिए रवि सबकुछ खत्म करना चाहता था। लिहाजा उसने खुद को मृत घोषित करने की कोशिश की। इसी के चलते उसने एक बेगुनाह को भी मौत के घाट उतार दिया। सोमवार को रवि ने पहले नींद की गोलियां खरीदी, जिसके बाद वो सिविक सेंटर की शराब दुकान के पास पहुंचा, वहां उसे अपनी ही कदकाठी का एक युवक मिला। रवि ने उस युवक को शराब पिलाने का ऑफर दिया और उसे अपने घर ले आया।
अज्ञात युवक को घर लाने पर जब मंजू ने सवाल किए तो रवि ने उसे नई कहानी बता दी। उसने बताया कि युवक उसका पुराना दोस्त है, वो उसकी पहली पत्नी संगीता और बच्चों को जानता है। रवि ने मंजू को बताया कि उसका दोस्त पहली पत्नी को उसकी दूसरी शादी की जानकारी देने की बात कहकर उसे ब्लैकमेल कर रहा है। यदि उसने कर दिया तो उन्हें अलग होना पड़ेगा। ये सोचकर मंजू भी रवि की बातों में आ गई। रवि ने युवक को शराब में नींद की गोलियां डालकर पिला दी। जिससे वो बेसुध हो गया। जिसके बाद उसके हाथ-पैर बांध दिए और मुंह पर टेप लगा दिया। जिसके बाद शाम 7 बजे रवि ने मंजू के सामने ही गला घोंटकर उस युवक की हत्या कर दी।
रात 11 बजे रवि ने मंजू को भी पानी में नींद की गोलियां डालकर पिला दी। जिससे वो बेहोश हो गई। जिसके बाद रवि ने उसे भी गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। बगल में सो रही डेढ़ महीने की बच्ची का भी गला घोंट दिया।
अब साजिश के मुताबिक रवि उस अज्ञात युवक के शव को अपना शव साबित करना चाहता था। लिहाजा उसने मृतक के चेहरे को गैस चूल्हे पर रखकर जला दिया और गैस चालू ही छोड़ दी। रवि की प्लानिंग थी कि गैस सिलेंडर फट जाएगा और लाशें क्षत-विक्षत हो जाएंगी, जिससे उनकी शिनाख्त नहीं हो पाएगी और वो खुद को मृत घोषित करने में कामयाब हो जाएगा। जघन्य वारदात को अंजाम देने के रवि ने एक और साजिश रची। उसने चाक से दरवाजे पर लिखा कि पुरानी रंजिश के तहत रवि शर्मा, मंजू शर्मा और बच्ची को मार दिया है, उसने हत्यारे का नाम संजय देवांगन आर्मी लिखा। रवि को लगता था कि पुलिस किसी संजय देवांगन को ढूंढ़ती रहेगी।
जघन्य वारदात को अंजाम देने के बाद रवि अपनी स्कूटी से दुर्ग रेलवे स्टेशन पहुंचा और राउरकेला जाने वाली ट्रेन में सवार हो गया। गाड़ी जब रायपुर पहुंची तो रवि ने स्टेशन के पीसीओ से मंजू शर्मा की मां को फोन लगाया। उसने कहा कि तुम्हारी बेटी और दामाद को जिंदा जला दिया है। घबराई मां ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद मंगलवार को पुलिस मौके पर पहुंची थी।
इस पूरे मामले को सुलझाने में एसएसपी अजय यादव, एएसपी लखन पटले, सीएसपी अजीत यादव समेत तमाम पुलिस अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समय रहते आरोपी को हिरासत में लिया गया। पहले सूचना मिली थी कि मंजू की मां को मंजू के मोबाइल से ही फोन किया गया था, लेकिन कॉल डिटेल के आधार पर पता चला कि फोन रायपुर स्टेशन से किया गया। तब तक पुलिस ने ये भी जानकारी एकत्रित कर ली थी कि रवि शर्मा राउरकेला का रहने वाला है। लिहाजा तुरंत जीआरपी को रवि शर्मा का फोटो भेजा गया और उसे रराउरकेला से ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
मारे गए बेगुनाह की शिनाख्त भी पुलिस ने कर ली है। मृतक की पहचान आशीष नगर में रहने वाले एन राजू के तौर पर हुई है। कुछ महीने पहले राजू का एक्सीडेंट हो गया था, जिसके बाद से उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी।
पढ़िए मंगलवार को इस मामले में क्या हुआ था
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