डीजे ने कहा जांच जितनी अच्छी होगी न्याय उतना बेहतर मिलेगा, तीन दिवसीय अपराध अनुसंधान कौशल उन्नयन सेमिनार का समापन
भोपाल । डीजीपी विजय कुमार सिंह ने कहा है कि पुलिस अधिकारी व्यवसायिक दृष्टिकोण रखकर अपराधों की विवेचना करें। यह जितनी बेहतर होगी उतने ही अपराधियों को दंड दिलाने में काम आएगी। डीजीपी महिलाओं एवं बच्चों के अपराधों की विवेचना पर आयोजित हुए तीन दिवसीय अपराध अनुसंधान कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का समापन सत्र जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेेन्द्र कुमार वर्मा के मुख्य आतिथ्य में यहां पीटीआरआई के सभागार में आयोजित हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जितनी अच्छी विवेचना होगी उतना अच्छा न्याय पीडितों को मिलेगा। साथ ही दोषी भी दंड से बच नहीं पायेंगे।
प्रदेश भर से प्रशिक्षण लेने आए पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। पुलिस अधिकारी कर्तव्यनिष्ठ होकर अपराधियों को दंड तो दिलाएं ही, साथ ही सजग रहकर उन कारणों की तह में भी जाएं जिनकी वजह से महिलाएं और बच्चे उत्पीड़न के शिकार होते हैं। पुलिस महानिदेशक ने कहा मूल्यों में गिरावट भी ऐसे अपराधों का मुख्य कारण है। इसलिए पुलिस अधिकारी समाज में मूल्यों की स्थापना में भी योगदान दें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सार्थक साबित होगा। जिला न्यायाधीश श्री राजेन्द्र कुमार वर्मा ने कहा कि पुलिस अधिकारी आगाज को अंजाम तक पहुंचाएं। अर्थात अपराधियों के खिलाफ चालान प्रस्तुत करने के बाद चुप न बैठें अपितु न्यायलय में मजबूती के साथ हर वह साक्ष्य रखें, जिससे दोषियों को दंड मिले। उन्होंने महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित अपराधों की विवेचना पर केन्द्रित कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस की सराहना की।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध शाखा अन्वेष मंगलम ने कहा कि पुलिस अधिकारी अपने व्यक्तित्व में संवेदनशीलता का समावेश करें, जिससे रिपोर्ट लिखाने के लिए आने वाला पीडि़त अपने आपको सहज और सुरक्षित महसूस करें। उन्होनें प्रशिक्षण लेने आए पुलिस अधिकारियों का आव्हान किया कि यहां से यह संकल्प लेकर जाए कि भले ही हमें ज्यादा मेहनत करनी पड़े, विवेचना में अपनी निष्ठा पर आंच नहीं आने देंगे।समापन सत्र को यूनीसेफ की प्रतिनिधि डॉ वंदना भाटिया ने भी संबोधित किया। तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागी पुलिस अधिकारियों ने विभिन्न जिलों के अच्छे विवेचना प्रकरणों को साझा किया। साथ ही विषय विशेषज्ञों द्वारा विवेचना से संबंधित हर पहलू पर अलग-अलग सत्रों में जानकारी दी।
समस्याएं व समाधान के लिए बनाया वाटसएप ग्रुप
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध शाखा श्री अन्वेष मंगलम की पहल पर प्रशिक्षण लेने आए सभी 106 प्रशिक्षार्थियों एवं विषय विशेषज्ञों का वाटसएप ग्रुप तैयार कराया गया है। इस ग्रुप के माध्यम से विवेचना संबंधित समस्याएं साझा कर उनका समाधान प्राप्त किया जा सकेगा।