सावरकर पहले प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान नहीं होता- उद्धव ठाकरे
नई दिल्ली। ऐसा लगता है जैसे देश में विवादित बयान (Controversial Comment) देने का फैशन चल रहा है। कोई कह रहा है कि सावरकर प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान नहीं होता तो कोई सारी मर्यादाएं लांघते हुए प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को अय्याश कहने में जरा भी नहीं शर्माता। हाल ही दो बयान सामने आए है। पहला (Controversial Comment) शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दिया तो दूसरा उत्तर प्रदेश के मुज्जफ्फरनगर में दंगों के आरोपी और भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी ने दिया है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुताबिक यदि हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर उस समय देश के प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान अस्तित्व में ही नहीं आता. उन्होंने वीर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने की मांग की. ठाकरे ने एक आत्मकथा ‘‘सावरकर: इकोज फ्राम अ फॉरगाटेन पास्ट” के विमोचन के मौके पर कहा, ‘‘सावरकर को भारत रत्न सम्मान से नवाजा जाना चाहिए. हम महात्मा गांधी और पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा किए गए काम से इनकार नहीं करते है, लेकिन देश ने दो से अधिक परिवारों को राजनीतिक परिदृश्य पर अवतरित होते हुए देखा.”
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘उन्हें नेहरू को वीर कहने में गुरेज नहीं होता यदि वह 14 मिनट भी जेल के भीतर सावरकर की तरह रहे होते. सावरकर 14 वर्षों तक जेल में रहे थे.” उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी को इस किताब की एक प्रति दी जानी चाहिए।
मुज्जफ्फरनगर के खतौली से भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी ने जवाहर लाल नेहरू को लेकर एक फेसबुर पोस्ट की थी। जब उनसे पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि नेहरू तो अय्याश था। उसने तो अंग्रेजों के चक्कर में देश का बंटवारा करा दिया था।”
उन्होंने कहा,” वो तो पूरा खानदान उनका अय्याश था। राजीव ने शादी इटली में की. इनका तो काम ही ऐसा रहा। बता दें कि मुज्जफ्फर नगर दंगों में भी विक्रम सिंह सैनी का नाम आ चुका है।
Controversial Comment : शिवसेना ने की सावरकर को भारत रत्न देने की मांग, भाजपा विधायक बोला- अय्याश थे नेहरू
सावरकर पहले प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान नहीं होता- उद्धव ठाकरे
नई दिल्ली। ऐसा लगता है जैसे देश में विवादित बयान (Controversial Comment) देने का फैशन चल रहा है। कोई कह रहा है कि सावरकर प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान नहीं होता तो कोई सारी मर्यादाएं लांघते हुए प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को अय्याश कहने में जरा भी नहीं शर्माता। हाल ही दो बयान सामने आए है। पहला (Controversial Comment) शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दिया तो दूसरा उत्तर प्रदेश के मुज्जफ्फरनगर में दंगों के आरोपी और भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी ने दिया है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के मुताबिक यदि हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर उस समय देश के प्रधानमंत्री होते तो पाकिस्तान अस्तित्व में ही नहीं आता. उन्होंने वीर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने की मांग की. ठाकरे ने एक आत्मकथा ‘‘सावरकर: इकोज फ्राम अ फॉरगाटेन पास्ट” के विमोचन के मौके पर कहा, ‘‘सावरकर को भारत रत्न सम्मान से नवाजा जाना चाहिए. हम महात्मा गांधी और पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा किए गए काम से इनकार नहीं करते है, लेकिन देश ने दो से अधिक परिवारों को राजनीतिक परिदृश्य पर अवतरित होते हुए देखा.”
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘उन्हें नेहरू को वीर कहने में गुरेज नहीं होता यदि वह 14 मिनट भी जेल के भीतर सावरकर की तरह रहे होते. सावरकर 14 वर्षों तक जेल में रहे थे.” उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी को इस किताब की एक प्रति दी जानी चाहिए।
मुज्जफ्फरनगर के खतौली से भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी ने जवाहर लाल नेहरू को लेकर एक फेसबुर पोस्ट की थी। जब उनसे पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि नेहरू तो अय्याश था। उसने तो अंग्रेजों के चक्कर में देश का बंटवारा करा दिया था।”
उन्होंने कहा,” वो तो पूरा खानदान उनका अय्याश था। राजीव ने शादी इटली में की. इनका तो काम ही ऐसा रहा। बता दें कि मुज्जफ्फर नगर दंगों में भी विक्रम सिंह सैनी का नाम आ चुका है।