Bhopal News: जिसकी लावारिस बताकर अंत्येष्टि की गई उसकी दो दिन पहले बेटे ने थाने में दर्ज कराई थी गुमशुदगी, कतर में रहने वाली बेटी तक पहुंची फोटो तब सामने आया लापरवाही का यह मामला
भोपाल। मौत के बाद भी पुलिस की संवेदनहीनता से जुड़ा यह मामला है। घटना भोपाल (Bhopal News) शहर के कोहेफिजा थाना क्षेत्र की है। प्रकरण एक वयोवृद्ध व्यक्ति के गुम होने से जुड़ा है। जिसकी गुमशुदगी हुई उसकी ही लाश उसी थाना पुलिस को दो दिन बाद मिली थी। परिजनों की तलाश के लिए थाना पुलिस ने पूरे भोपाल के थानों में उसकी तस्वीरें वायरल कर दी। लेकिन, अपने थाने में ही दर्ज रिकॉर्ड को वह नहीं खंगाल सकी।
बेटा भी कम लापरवाह नहीं
सूत्रों के अनुसार सागर जिले के पुलिस लाइन के सामने रहने वाले आनंद कुमार राव (Anand Kumar Rao) पिता सालिग राम उम्र 83 साल स्कूटी चलाते वक्त जख्मी हो गए थे। उन्हें सिर पर चोट आई थी। आनंद कुमार राव पहले मिशनरी स्कूल में टीचर थे। वहां से रिटायर हो गए थे। पत्नी न्योमी राय (Niyomi Rai) जिला अस्पताल में नर्स थी। उनकी काफी पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। दोनों की पेंशन से परिवार चलता था। सिर पर चोट लगने के कारण जिला अस्पताल ने भोपाल के हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) रैफर किया था। यहां उन्हें बेटा अभिषेक राव (Abhishek Rao) 11 फरवरी को इलाज कराने के लिए लेकर आया था। अस्पताल से 14 फरवरी को डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद बेटा उन्हें अस्पताल के नजदीक छोड़कर बाजार चला गया। वापस आया तो पिता गायब थे। वह यहां—वहां काफी तलाशता रहा। जब वह नहीं मिले तो कोहेफिजा थाने में जाकर गुमशुदगी दर्ज करा दी। इसके बाद वह कहां गया पुलिस को भी पता नहीं चला। इसी बीच 17 दिसंबर को हमीदिया अस्पताल में लाश मिली। पहचान नहीं होने के कारण शव को मॉर्चुरी रुम में रखवा दिया गया। परिजन नहीं मिले तो पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि भी करा दी।
अब कतर से बेटी आएगी भोपाल
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आनंद कुमार राव की बेटी कतर में रहती है। उसके पिता की मौत की जानकारी सोशल मीडिया में वायरल तस्वीर से मिली। जिसको देखकर उसने पुलिस से भी संपर्क किया। पुलिस ने उसको अंत्येष्टि करने के बनाए गए वीडियो को दिखाया। इसके बाद बेटी ने प्रोटेस्टियन रिवाजों से उसी जगह पर क्रियाएं कराई। पुलिस इस मामले में संवेदनशील दिखाई नहीं दी। थाना प्रभारी विजेन्द्र मर्सकोले (Vijendra Marskole) का कहना है कि अज्ञात लाश के संबंध में जो भी वैधानिक कार्रवाई होती है वह हमारी तरफ से की गई थी। जबकि थाने में दर्ज गुमशुदगी की रिकॉर्ड में मरने वाले व्यक्ति के पड़ोसी का भी नंबर था। पुलिस ने उनसे संपर्क ही नहीं किया। इस परिवार ने बताया कि उनकी कतर में रहने वाली बेटी भोपाल आकर पुलिस से बातचीत करेगी।
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।