पूर्व सीएम शिवराज का करीबी उपेंद्र धाकड़ बलात्कार के मामले में गिरफ्तार

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शादी का झांसा देकर करता रहा शोषण, गर्भवती हुई पीड़िता तो करा दिया गर्भपात

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज के साथ उपेंद्र धाकड़

जबलपुर। रानी दुर्गावति विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा और योग टीचर के साथ बलात्कार के आरोपी एबीवीपी के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री उपेंद्र धाकड़ (Upendra Dhakad) ने मंगलवार को अजाक थाने में सरेंडर कर दिया। दोपहर में उसे कोर्ट में पेश किया गया। वहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उसकी गिरफ्तारी पर एसपी ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। भाजपा ने उसे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि उपेंद्र धाकड़ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chouhan) का काफी करीबी है।

धाकड़ एक बड़े नेता की गाड़ी से थाने पहुंचा। अजाक डीएसपी सुरेखा परमार ने आनन-फानन में गिरफ्तारी दिखाते हुए उसे विक्टोरिया हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां मेडिकल टेस्ट कराने के बाद कोर्ट में पेश किया गया। एसपी अमित सिंह ने बताया कि पुलिस के दवाब के चलते धाकड़ ने सरेंडर किया।

रांझी इलाके में रहने वाली योग टीचर ने 9 जून 2019 को महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। 2013 में रादुविवि से योग की पढ़ाई के दौरान उसकी एबीवीपी के तत्कालीन संगठन मंत्री उपेंद्र धाकड़ से मुलाकात हुई थी। धाकड़ ने उसे शादी का झांसा दिया और शारिरिक शोषण करता रहा।

वह गर्भवती हो गई, तो धाकड़ ने दवाब बनाकर उस का गर्भपात कराया। जनवरी 2019 को भी धाकड़ ने भोपाल स्थित एक होटल में पीड़िता से बलात्कार किया। महिला थाने में धाकड़ के खिलाफ धारा 376 (2) (एन) व 506 व एससी-एसटी का प्रकरण दर्ज किया गया है।

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बलात्कार के मामले में धाकड़ को जेल जाने के बाद भाजपा के प्रदेश कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण ने पत्र जारी कर उसे पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया। इसकी पुष्टी प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने की है।

वहीं भोपाल के भाजपा नेता कुलदीप खरे को पार्टी से बाहर निकाल दिया गया है। संगठन ने पत्र जारी करते हुए लिखा कि कुलदीप खरे पर मारपीट करने का आरोप है। साथ ही कई थानों में उनके खिलाफ मामले दर्ज है। इस वजह से पार्टी की छवि धूमिल हो रहीं है। लिहाजा उनकी प्राथमिक सदस्यता निलंबित की जा रहीं है।

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