लचर लोकतंत्र को बयां करती मार्काे की कहानी

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आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार पर शिक्षा और भोजन का संकट, हमला करने वाले आरोपियों को नहीं किया गया गिरफ्तार, गवाही देने पर मिल रही है मदद करने वालों को धमकियां

भोपाल। आर्थिक तंगी से जूझ रहे अशोक मार्काे के परिवार पर होली वाले दिन दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मामला प्रदेश की राजधानी भोपाल के अवधपुरी थाना क्षेत्र का है। उस पर आधा दर्जन से अधिक लोगों ने मिलकर जानलेवा हमला किया है। लेकिन, लचर पुलिस और प्रशासन के रवैये के चलते उसे न्याय तो दूर एफआईआर लिखने में ही देरी की गई। अब उसकी मदद के लिए उसे जानने वालों ने मोर्चा खोल दिया है। उसको राहत पहुंचाने और भोजन के लिए लोग चंदा मांगकर उसे पैसा मुहैया करा रहे हैं। हमले के पीछे कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। जख्मी बेहोश है और परिवार कारण से बेखबर है। हालांकि पुलिस का दावा है कि इसके पीछे पुरानी रंजिश है पर वह पुलिस नहीं बता पाई।
कौन है अशोक मार्को

अवधपुरी थाना क्षेत्र के बीडीए कॉलोनी में अशोक मार्काे का परिवार किराए से रहता है। वह मूलतः बैतूल का रहने वाला है। मां का साया बहुत पहले उठ चुका है। पिता जगत सिंह बैतूल में रहता है। अशोक घर में सबसे बड़ा है। उस पर भाई कमलेशवर और बहन की जिम्मेदारी भी है। अशोक के पिता नशा करते थे। इसलिए उस काली परछाई से निकालकर अशोक भाई-बहन को लेकर भोपाल आ गया। वह सब्जी का ठेला लगाकर भाई-बहन को पाल रहा है। बहन जबलपुर में नर्सिंग का कोर्स कर रही है। छोटा भाई भी पढ़ रहा है और इतना ही नहीं वह भी निजी कॉलेज से कोर्स कर रहा है। शिक्षा और अनुशासन को महत्व देने वाले अशोक पुलिस और प्रशासन के रवैये से मायूस हो गया। वह एम्स के आईसीयू में भर्ती है।
पुलिस का लचर रवैया
अशोक पर हुए हमले के मामले में अवधपुरी थाना पुलिस ने पूरी तरह से लापरवाही बरती। अब वह जान बचाने के लिए घटनाक्रम को बदलकर आरोपियों को राहत पहुंचा रही है। रहवासियों ने बताया कि घटना 21 मार्च को हुई थी। जबकि अफसरों को भेजी गई रिपोर्ट में पुलिस ने एफआईआर में घटना की तारीख 22 मार्च बताई। रहवासियों ने बताया कि पुलिस एफआईआर ही नहीं लिख रही थी। थाना प्रभारी एमएल भाटी ने अपने बचाव में कहा कि एम्स अस्पताल से सूचना देरी से मिली थी। इसलिए प्रकरण दर्ज करने में देरी हुई। हमें जैसे ही जानकारी मिली तो मामला दर्ज कर लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी पर बोले कि टीम रवाना है आज गिरफ्तारी हो जाएगी।
एकजुट हुए लोग चंदा किया

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सब्जी का ठेला लगाकर जीवन यापन करने वाले अशोक मार्काे के परिवार पर संकट आ गया है। वह एम्स में भर्ती है। उसकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी टूट गई है। वह तीन महीने तक बिस्तर से उठने के लायक नहीं बचा है। उस पर हमला करने वाले आरोपी छोटिया, गुड्डू, रवि, विक्की और दीपू है। यह हमलावर पीड़ित परिवार को लगातार धमका रहे हैं। यह खबर जब रहवासियों को मालूम हुई तो वह एकजुट हो गए। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ और पीड़ित परिवार को मदद पहुुंचाने के लिए मोर्चा खोल दिया। घर-घर जाकर चंदा लिया जा रहा है। ताकि मार्काे का अच्छे से इलाज हो सके। वहीं उसके छोटे भाई-बहन की पढ़ाई में मदद मिल सके।

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