लूटने के लिए ओएलएक्स से खरीदी बाइक

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– उज्जैन से दो बदमाश गिरफ्तार तीन फरार

– आरोपियों में फार्मेसी का छात्र भी शामिल

–  छह महीने से चल रही थी तैयारी

– कोतवाली के सर्राफा कारोबारी के ड्राइवर को बनाया था निशाना
भोपाल। राजधानी में पांच दिन पहले हुई एक सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में हत्या के प्रयास का मामला थाने में दर्ज हुआ था। अब पुलिस खुद ही कह रही है कि गिरफ्तार व्यक्ति सर्राफा कारोबारी को लूटना चाहते थे। इसके लिए ओएलएक्स पर जाकर छह महीने पहले पल्सर बाइक खरीदी गई थी। इसमें पांच लोग शामिल थे जिसमें से तीन आरोपियों को उज्जैन से गिरफ्तार किया गया है।

क्या है मामला

सर्राफा चौक के अग्रवाल ज्वेलर्स के मालिक जयमोहन अग्रवाल को लूटने के लिए बीफार्मा के छात्र ने बिहार के कुख्यात बदमशों के साथ मिलकर ड्राइवर अब्दुल रहमान को बैग छीनने के दौरान तीन गोलियां मारी थीं। वारदात को अंजाम देने  के बाद उज्जैन की धर्मशाली में छिपे बैठे तीन बदमाशों को पकड़ने के बाद पुलिस ने गुरूवार को गिरोह का पर्दाफाश कर दिया। जबकि उनके दो साथी फरार हैं।

किसने किया खुलासा

पुलिस को शुरूआती जांच में सीसीटीवी कैमरे की मदद से वारदात में चार बदमाशों के शामिल होने का पता चला था। मामले की जांच के दौरान पुसिल ने वारदात के पांचवे दिन गुरूवार को वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी कृत्यानंद तिवारी(24), मनीष तिवारी(22) और अभय तिवारी(18) को  गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उनके दो साथी धीरेंद्र उर्फ ठनठन चौबे और मणीरंजन चौबे अभी फरार हैं। सभी रोहतास, बिहार के रहने वाले हैं। यह खुलासा आईजी जयदीप प्रसाद ने किया।

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सागर इंस्टीट्यूट का है छात्र

डीआईजी भोपाल सिटी इरशाद वली ने बताया कि आरोपी कृत्यानंद इस गिरोह का सरगना है, जो मनीष और अभय के साथ ऐशबाग स्थित नवीन नगर में किराए के मकान में रहता है। वह सागर इंस्टीट्यूट से बीफार्मा (डिप्लोमा) करने के बाद इन दिनों बेरोजगार था। वहीं, मनीष फिलहाल बीई कर रहा है, जबकि अभय ने इसी साल दसवीं की परीक्षा दी है।

खरीददारी के वक़्त बनी योजना

आरोपी कृत्यानंद छह महीने पहले ज्वेलर्स जगमोहन अग्रवाल की दुकान पर सोने की चेन खरीदने पहुंचा था। उसने तभी इस दुकान में लूट का प्लान बना लिया था। इसके बाद उसने 3-4 बार बाजार में पैदल घूमकर रैकी भी की थी। कृत्यानंद ने 28 मार्च को वारदात के लिए ओएलएक्स से तीस हजार रुपए में बाइक खरीदी थी। इसके बाद गांव जाकर अपने दोस्तों को वारदात के लिए तैयार किया। बीती 27 मार्च को पांचों दोस्त कामायनी एक्सप्रेस से भोपाल रेलवे स्टेशन आए और किराए के मकान में रुके।

ठनठन ने ठनकाया

गिरोह में शामिल आरोपी धीरेन्द्र उर्फ ठनठन चौबे और मणीरंजन चौबे रोहतस बिहार के कुख्यात बदमाश है। आरोपी धीरेन्द्र व मणीरंजन ने ही ज्वेलर्स के ड्राइवर से बैग छीनने के दौरान तीन गोली मारी थीं। बैग छीनने के बाद टिफिन नाले में फेंक दिया था। वारदात के बाद सभी आरोपी नवीन नगर ऐशबाग स्थित कृत्यानंद के किराए के मकान पर पहुंचे। जहां से धीरेन्द्र व मणीरंजन बिहार भाग गए। जबकि कृत्यानंद, मनीष और अभय अगले दिन महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन चले गए। यहां पर तीनों एक धर्मशाली में छिपे थे।

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