मोदी सरकार 2.0 में भी डोभाल को अहम जिम्मेदारी
नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National security adviser) अजीत डोभाल (Ajit Doval) अगले 5 साल तक अपनी भूमिका में ही आगे बढ़ेंगे। दोबारा बनी मोदी सरकार में अजीत डोभाल (Ajit Doval) को तोहफा मिला है। एनएसए के साथ उन्हें कैबिनेट मंत्री के दर्जे से भी नवाजा गया है। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के चलते कैबिनेट रैंक भी दी गई है। बता दें कि 30 मई 2014 को अजीत डोभाल ने पहली बार एनएसए का पद संभाला था।
अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का कद एक कैबिनेट मंत्री के बराबर होगा। उनका एक्टेंशन और प्रमोशन बताता है कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ गृह मंत्री अमित शाह भी डोभाल के काम से संतुष्ट है।
सोमवार को अमित शाह ने एक बैठक बुलाई थी। जिसमें अजीत डोभाल के साथ आईबी चीफ राजीव जैन, गृह सचिव भी मौजूद थे। गृह मंत्री को देश की आतंरिक सुरक्षा की स्थिति से अवगत कराया गया। एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर, खासतौर पर सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा की स्थिति की जानकारी भी ली।
एक 1968-बैच के आईपीएस अधिकारी, डोभाल खुफिया हलकों में सबसे तेज दिमागों में से एक है। उन्होंने 33 वर्षों तक खुफिया अधिकारी के रूप में काम किया, जिसके दौरान उन्होंने उत्तर पूर्व, जम्मू और कश्मीर और पंजाब में सेवा की। डोभाल ने पाकिस्तान और ब्रिटेन में राजनयिक कार्य भी किए थे और बाद में एक दशक तक आईबी के संचालन विंग का नेतृत्व किया है।