बदमाशों ने पीट-पीटकर की हत्या, तमाशबीन बना रहा समाज
दिल्ली। सोचिए एक पिता के सामने उसकी बेटी से छेड़छाड़ की जाए तो क्या वो विरोध नहीं करेगा। लेकिन विरोध जताना, बदमाशों को समझाइश देना एक पिता को भारी पड़ गया। बदमाशों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या (Murder) कर दी। बेटी की इज्जत की रक्षा करते हुए पिता की मौत हो गई। ये दिल दहला देने वाली घटना देश की राजधानी (Delhi) के मोती नगर (Motinagar) इलाके में हुई है। जो कानून व्यवस्था के साथ मानवता और सामाजिक संवेदना पर भी सवाल खड़े करती हैं।
51 साल का वो शख्स अपनी बेटी के साथ अस्पताल से वापस घर जा रहा था। रास्ते में बदमाशों ने उसकी बेटी को अश्लील इशारें और गंदे कमेंट किए। बेटी से छेड़छाड़ होती देख पिता का गुस्सा सांतवें आसमान पर पहुंच गया। लेकिन उसने समझदारी से काम किया। उसने बेटी को घर पर छोड़ दिया।
चूंकि बेटी से छेड़छाड़ करने वाले और कोई नहीं बल्कि उसके पड़ोसी ही थे। लिहाजा वो पड़ोसियों के घर जा पहुंचा, उसके साथ उसका बेटा भी था। उसने बदमाशों के माता-पिता से शिकायत की। लेकिन ये समझाइश बदमाशों के गले नहीं उतरी। पड़ोसियों ने पिता-पुत्र को मारना शुरु कर दिया। सब्जी काटने की छुरी से उनपर कई वार किए।
बदमाश जब पिता-पुत्र को बेरहमी से मार रहे थे तो पूरा मोहल्ला तमाशा देख रहा था। लोग बालकनी से खून-खराबा देखते रहे लेकिन किसी ने बीच-बचाव करने की जहमत नहीं उठाई। किसी शख्स को दर्द महसूस नहीं हुआ। चाकू से गहरे घाव हो जाने पर पिता-पुत्र बेहोश हो गए। तब पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया, जहां पिता की मौत हो गई और पुत्र जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। इस घटना कानून-व्यवस्था पर तो सवाल खड़े किए है, लेकिन मानवता गहरे प्रश्न छोड़ दिए है। पीड़ित परिवार का कहना है कि मोहल्ले वाले मदद करते जान बच सकती थी।
डिप्टी कमिश्नर मोनिका भारद्वाज ने बताया कि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से दो नाबालिग है। आरोपियों के खिलाफ हत्या और छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की पहचान मोहम्मद आलम और जहांगीर खान के रूप में हुई है। पीड़ित और आरोपी अलग-अलग समुदाय के है। लिहाजा अब इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वहीं महिला आयोग ने इस मामले में पुलिस और दिल्ली सरकार से रिपोर्ट मांगी है।