एक करोड़ के ओपीएम पाउडर के साथ तीन अंतरराज्यीय तस्कर गिरफ्तार

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एसटीएफ ने तस्कारों ने बरामद किया एक किग्रा ओपीएम पाउडर, पश्चिम बंगाल से आई थी खेप, ग्राहकों की तलाश में भोपाल पहुंचे थे तस्कर

भोपाल। एसटीएफ भोपाल ने अंतरराज्यीय गिरोह के तीन तस्करों को गिरफ्तार एक करोड़ रुपए का एक किग्रा अफीम का ओपीएम परिष्कृत पाउडर बरामद किया गया है। आरोपी पश्चिम बंगाल से खेप लेकर भोपाल पहुंचे थे। इससे पहले कि आरोपी ग्राहकों की तलाश कर उसे बेच पाते एसटीएफ ने उन्हें धर दबोचा। ओपीएम पाउडर का उपयोग ब्राउन शुगर, हैरोइन और स्मैक के बनाने में किया जाता है। पकड़े गए तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

एसपी एसटीएफ भोपाल राजेश सिंह भदौरिया के मुताबिक सोमवार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि नादरा बस स्टैैंड पर कुछ संदिग्ध युवक भारी मात्रा में मादक पदार्थ पहुंचे हैैं, जोकि किसी को सप्लाई करने का इंतजार कर रहे हैैं। सूचना मिलते ही एसटीएफ ने एक टीम तैयार की और मौके पर दबिश देकर तीन संदेहियों को दबोच लिया। तलाशी लेने पर युवकों के पास एक किग्रा अफीम का ओपीएम परिष्कृत पाउडर मिला। टीम ने तीनों को गिरफ्तार कर मादक पदार्थ जब्त कर लिया।

एसटीएफ ने पकड़े गए तीनों तस्करों की पहचान ग्राम पंचेड तहसील नामली जिला रतलाम निवासी दीपक लोढ़ा पुत्र शांति लाल(24), इंद्रा कॉलोनी नाहर सैयद दरगाह के पास मंदसौर निवासी अहमद हुसैन उर्फ नारू पुत्र मोहम्मद हुसैन (32) और ग्राम मूदड़ी तहसील मल्हारगढ़ जिला मंदसौर निवासी अर्जुन पुत्र प्रभुलाल(25) के रूप में हुई।

पश्चिम बंगाल से खरीदा, दोगुने दाम में बेचते
एसटीएफ की शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी मालदा, पश्चिम बंगाल से 35 लाख रुपए में मादक पदार्थ खरीदकर लाए थे, जिसे वे फुटकर-फुटकर बेचकर दोगुनी कीमत हासिल करते। तस्करों ने बताया कि वे मप्र समेत राजस्थान, उत्तरप्रदेश, दिल्ली में भी मादक पदार्थ की सप्लाई करते हैैं। उक्त मादक पदार्थ का उपयोग खासकर ब्राउन शुगर, हैरोइन और स्मैक बनाने में किया जाता है। मंगलवार को तीनों तस्करों को जिला अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक दिन से रिमांड पर एसटीएफ को सौंपा गया है।

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20 किग्रा अफीम से तैयार होता है 1 किग्रा पाउडर
आरोपियों ने एसटीएफ को पूछताछ में बताया कि उनके पास से बरामद ओपीएम परिष्कृत पाउडर करीब 15-20 किग्रा शुद्ध अफीम से तैयार किया जाता है। अफीम को केमिकल प्रोसेस से तैयार किया जाता है। वे बहुत कम गंध होने व वजन में हल्का होने के कारण पाउडर को छिपा आसान होता है। वे पाउडर का वजन बढ़ाने के लिए उसमें डाईजापाम जैसी दवाएं मिलाकर बेचते है। इस प्रक्रिया से तैयार ड्रग जहरीला हो जाता है।

उक्त कार्यवाही एडीजी एसटीएफ अशोक अवस्थी के निर्देश पर की गई है। एडीजी द्वारा राजपत्रित अधिकारियों को प्रशंसा पत्र और टीआई व उनकी टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। आरोपियों से पूछताछ जारी है।

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