Bhopal News: पर्यावरण को बचाने सड़क पर उतरी जनता 

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Bhopal News: सरकार यदि अभी भी नहीं चेती तो हो सकती है भारतीय जनता पार्टी को मुश्किलें, पेड़ों को बचाने जन आंदोलन का रुप लेती सामाजिक पहल, नूतन कॉलेज के सामने बिना चेहरा और संगठन के सैंकड़ों लोगों ने पहुंचकर वृक्षों को बचाने बांधे संकल्प सूत्र

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भोपाल के नूतन कॉलेज के सामने प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों की तस्वीरें, जिन्हें सरकार की हठधर्मिता की चिंता माथे पर दिखाई दे रही थी।

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की जनता शुक्रवार को सड़कों पर उतर आई। यह जनता सरकार के उस फैसले के खिलाफ है जो 29 हजार पेड़ों को काटने के लिए आमदा है। इन पेड़ को काटकर (Bhopal News) जन प्रतिनिधियों के सरकारी आवास बनाने की योजना हैं। इस फैसले का विरोध एक महीने से भीतर ही भीतर जनता कर रही है। लेकिन, मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के एक बयान ने इस चिंगारी में घी डालने का काम कर दिया। दरअसल, उन्होंने पिछले दिनों मीडिया से बातचीत में कहा था कि वे किसी भी पेड़ को नुकसान नहीं होने देंगे। हर वृक्ष की रक्षा की जाएगी। यहां से मामले ने तूल ले लिया है।

पूर्व मुख्यमंत्री पेड़ लगाकर जनता को पर्यावरण के प्रति करते थे सचेत

आपको बता दें कि पर्यावरण की चिंता को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस समझौता में हस्ताक्षर भी किए हैं। उनकी भारतीय जनता पार्टी हैं और उसकी प्रदेश में सरकार हैं। यहां उठ रहे विरोध के सुर बता रहे हैं कि यह मामला काफी तूल पकड़ने जा रहा है। शिवाजी नगर (Shivaji Nagar) और तुलसी नगर का बहुत बड़ा हिस्सा विकास के नाम पर कांक्रीट का ढ़ेर बनाने की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए करीब 29 हजार पेड़ों को काटा जाना है। इसी संख्या को आधार बनाकर सैंकड़ों लोगों ने शिवाजी नगर स्थित नूतन कॉलेज के सामने शाम छह बजे जमा होने का ऐलान कर दिया। यह ऐलान सोशल मीडिया के जरिए किया गया। जिसके बाद नूतन कॉलेज (Nutan College) के सामने बच्चे, बूढ़े, सामाजिक कार्यकर्ता, पत्रकार, सेवानिवृत्त अफसरों के अलावा अन्य संगठनों के लोग वहां जमा होने लगे। आयोजन कॉलेज के सामने बने पार्क पर किया गया था। यहां लोगों से संकल्प पत्र भी भराए गए। इसके अलावा हर पेड़ पर रक्षा सूत्र बांधने की अपील की गई। जिसके लिए कलावा दिया गया। इसी आयोजन के दौरान पूर्व पार्षद अमित शर्मा (Amit Sharma) ने ऐलान करते हुए पंपलेट भी बांट दिए। उन्होंने पेड़ों को बचाने के लिए 17 जून की शाम 6 बजे तुलसी नगर (Tulsi Nagar) स्थित सेकंड बस स्टाप के पास आंदोलन की चेतावनी दे दी। उन्होंने जनता से अपील की है कि एक मोमबत्ती लेकर आंदोलन में अवश्य पधारें। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को हुआ आंदोलन सरकार के लिए चेतावनी है। यदि सरकार ने फैसले की समीक्षा नहीं की तो उसे भारी नुकसान इस मामले में उठाना पड़ सकता है। खासतौर पर सत्तारुढ़ दल इस संवेदनशील मुद्दे से दूरी बनाकर अपने और पार्टी के लिए संकट खड़ा कर रहा है। दरअसल, पूर्व मुख्यममंत्री शिवराज सिंह चौहान हर रोज एक वृक्ष लगाते थे। उसको लेकर एक विशाल आयोजन भी पिछले दिनों रवींद्र भवन में हुआ था। उसके समापन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव (CM Dr Mohan Yadav) भी पहुंचे ​थे।

सामाजिक मुद्दे को लेकर हमारी तरफ से निर्धारित मानकों से परे जाकर जनता से अपील

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पर्यावरण बदलाव के कारण कई तरह के ईको सिस्टम पर विपरीत असर ने प्रभाव डालना शुरु कर दिया है। शहर की कई पहाड़ों को छीलकर उसके नैसर्गिक अस्तित्व को मिटा दिया गया है। जिस कारण राजधानी भोपाल का बैरसिया (Berasia) क्षेत्र का एक बहुत बड़ा हिस्सा जल विहीन हो रहा है। इसके अलावा शहर की शुद्ध वायु पर भी उसका असर पड़ने लगा है। प्रकृति है तो जल है और फिर पानी हैं। देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के हालात आप हर रोज देख और सुन ही रहे होंगे। इसके चलते द क्राइम इंफो शहर की सुंदरता और हरियाली को बचाने की इस मुहिम में जन भावनाओं अनुरुप हर संभव मदद करने तैयार हैं। आप सभी सुधि पाठकों से भी अपील है कि प्रकृति बचाने से जुड़े किसी भी आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। इस पहल को राजनीतिक या धार्मिक चश्मे से न देखते हुए हमारे आने वाले भविष्य की चिंता को लेकर निर्णय लें। इसलिए द क्राइम इंफो प्रबंधन ने इस विषय पर सदैव रिपोर्टिंग करने का निर्णय लिया है। मीडिया में स्थान मिले या न मिले इस मुहिम को आप अपने सोशल मीडिया पेज पर जरुर अपलोड करें।
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