बटालियन की महिलाओं ने की साइलेंट वेपन ड्रिल और बाईक से दिखाये हैरत अंगेज करतब
भोपाल। बाईको पर एक साथ सवार होकर जब 15 महिला बाईकर्स निकली तो बड़ी संख्या में मौजूद जनसमूह रोमांचित होकर तालियां बजाने के लिये मजबूर हो गया। इसी तरह लगभग साढ़े चार किलो की रायफल थामे तीन दर्जन महिला जाबांजो ने कड़े अनुशासन के बीच साइलेंट वेपन ड्रिल पेश की तो संपूर्ण मोतीलाल नेहरू स्टेडियम करतल ध्वनि से गूंज उठा। महिला सशक्तिकरण की थीम पर एसएएफ की 23 वीं वाहिनी के तत्वावधान में यह आयोजन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय यादव के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ।
भोपाल स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम लाल परेड मैदान में आयोजित हुई साइलेंट वेपन ड्रिल में एसएएफ की 22 से लेकर 58 वर्ष आयु वर्ग की तीन दर्जन से अधिक बहादुर महिलाओं ने हिस्सा लिया। इसी टुकड़ी में शामिल रही 15 महिला बाईकर्स ने हैरतअंगेज करतब दिखायें। साइलेंट वेपन ड्रिल का नेतृत्व मालती उइके ने किया। जीवन के लगभग 58 बसंत देख चुकी वीणा थापा और जानकी यादव की बैंड की धुन के बीच साइलेंट वेपन ड्रिल देखते ही बनी। एसएएफ की महिला बाईकर्स में निधि भट्ट व पूजा सिंह के करतब ने दर्शको को खूब रोमांचित किया। एसएएफ की महिला जाबांजो ने आग के बीच छलांग लगाकर यह दिखाया कि महिला शक्ति पुरूषो से कमतर नहीं है। साइलेंट ड्रिल के अंत में महिला जाबांजो ने दो समूहो में बंटकर राष्ट्रीय ध्वज व अपनी यूनिट का ध्वज फहराया। साथ ही भारत माता की जय हो के नारे लगाये।
अभी तक पैरा मिलिट्री फोर्स और सशस्त्र सेनाओं के जवान ही ऐसे करतब दिखाते रहे है। एसएएफ की 23 वीं वाहिनी की महिलाओं ने उसी तर्ज पर करतब दिखाकर यह साबित कर दिया है कि वे भी महिला सशक्तिकरण की अगुआ हैं। विजय यादव ने महिला टुकड़ी की सलामी ली। उन्होनें अंत में प्रशिक्षको को स्मृति चिन्ह भेंट किये। ज्ञात हो इन प्रशिक्षको ने मात्र 10 दिन के भीतर महिला जाबांजो को हैरतअंगेज प्रदर्शन के लिये तैयार किया है। कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं डी.सी.सागर, पुलिस महानिरीक्षक एसएएफ अनंत कुमार सिंह तथा 23 वीं वाहिनी की कमांडेट सिमाला प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी व कर्मचारी और महिला जाबांजो के करतब देखने आये नागरिकगण मौजूद थे।