Bias Treatment: लिकर कारोबारी था तो 24 घंटे में माल और चोर पकड़ाया

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दर्जनों फरियाद जिसकी भोपाल पुलिस सुध लेने की जेहमत भी नहीं उठाती, वह चाहे चोरी के हो या फिर कुख्यात बदमाशों के

Bias Treatment
बागसेवनिया थाने में गिरफ्तार नौकर सोनू लोधी और उसका चाचा

भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में सबकुछ चुस्त दुरूस्त होना चाहिए। लेकिन, ऐसा बिल्कुल नहीं हैं। थाने से लेकर एयर कंडीशनर में बैठे अफसर हैसियत (Bias Treatment) देखकर निर्णय लेते हैं। वह सामान्य चोरी का मामला हो या फिर कुख्यात बदमाशों से जुड़ा मामला। सभी प्रकरणों में रसूख को पहले देखा जाता है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक लिकर कारोबारी (Liquor Trader) के यहां हुई चोरी की वारदात 24 घंटे के भीतर सुलझा ली गई।
जानकारी के अनुसार बागसेवनिया थाना क्षेत्र के अलकापुरी निवासी मयंक चावला शराब कारोबारी (Liquor Trader) हैं। उनके घर में 20 अक्टूबर को चोरी की वारदात हुई थी। इस मामले में उन्होंने 21 अक्टूबर की रात को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। चोर उनका घरेलु नौकर सोनू लोधी निकला। उसकी सारी करतूत कैमरे में भी कैद हुई थी। सोनू घर से सोने—चांदी के जेवर नकदी समेत करीब 16 लाख रुपए का माल लेकर गायब हुआ था। घटना के वक्त परिवार मयंक चावला का परिवार चाचा राजेश चावला के देहांत होने की वजह से वहां व्यस्त था। इसी बात का फायदा उठाकर नौकर ने वारदात को अंजाम दिया। इस मामले का पुलिस ने 23 अक्टूबर को खुलासा कर दिया। आरोपी सोनू लोधी को पुलिस सागर (Sagar) जिले के बंडा थाना क्षेत्र से पकड़ लाई। सोनू के साथ वारदात में उसका चाचा भगवान सिंह भी शामिल था। पुलिस ने लगभग पौने तेरह लाख रुपए का माल बरामद कर लिया है। सोनू के खिलाफ सागर में हत्या का मुकदमा भी दर्ज हैं।

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यह है मैदानी हकीकत
यह मामला शराब कारोबारी से जुड़ा था तो पुलिस ने सबकुछ बड़ी आसानी से कर दिया। लेकिन, ऐसा ही एक मामला ओर है जिसमें पुलिस आज तक चोरी गई रकम और सामान की कीमत भी नहीं बड़ा सकी है। यह मामला कोहेफिजा थाना क्षेत्र के इंद्र विहार इलाके का है। शिकायत डॉक्टर फरीदा खान ने की थी। करीब दो महीने पहले हुई यह चोरी लगभग 25 लाख रुपए की थी। जिसे पुलिस ने बेहद सामान्य बना दिया। इस वारदात में पुलिस को अब तक कोई कामयाबी नहीं मिली है।

नकबजन तो छोड़िए बदमाशों की भी सुध नहीं
ऐसा नहीं है कि यह हाल सामान्य घटना से जुड़ा है। ऐसा ही एक मामला कुख्यात बदमाश जावेद चिर्राटा का भी है। वह पुलिस के रिकॉर्ड में नवंबर, 2019 तक जिलाबदर चल रहा है। लेकिन, पुलिस उसको पकड़ने की बजाय थाने में बुलाकर अपने साथ बैठाकर चाय भी पिलाती है। वह 19 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे के कोहेफिजा थाने भी गया था। इसी तरह टीटी नगर में दर्ज जालसाजी के मामले के आरोपी खुलओम घुम रहे हैं। इस मामले के फरियादी शंकर लाल बमनेले पुलिस को बदमाशों का पता भी बता रहे हैं। लेकिन, पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पा रही हैं।

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