Lokayukta Raid: सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे करोड़ों के आसामी

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बेनामी संपत्ति में लग्जरी कार, ट्रैक्टर, कृषि भूमि, बंगले, आलीशान मकान, प्लाट, सोने के जेवरात व निवेश संबंधी दस्तावेज भी जब्त, छापे में करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का खुलासा, भोपाल, इंदौर समेत पांच स्थानों पर एक साथ कार्रवाई

Lokayukta Raid
आलोक खरे के बंगले में अनुपातहीन संपत्ति की गणना करती हुई लोकायुक्त पुलिस की टीम

भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) लोकायुक्त (Lokayukta Raid) की विशेष स्थापना पुलिस की पांच अलग-अलग टीम ने मध्य प्रदेश के सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे (Alok Khare) के ठिकानों पर मंगलवार सुबह एक साथ छापामार कार्रवाई की। खरे के भोपाल, इंदौर, रायसेन और छतरपुर में पांच स्थानों से लोकायुक्त को अब तक करोड़ों रुपए की चल-अचल बेनामी संपत्ति का पता चला है। जिसमें लग्जरी कार, ट्रैक्टर, आलीशान बंगले, जमीनों और प्राइवेट कंपनियों में निवेश से संबंधित दस्तावेज मिले हैं, जो उन्होंने अपनी नौकरी में रहते हुए कमाए। खरे पर आय से अधिक संपत्ति (Disproportionate Assets) के मामले में ये कार्रवाई की गयी।
जानकारी के मुताबिक सहायक आबकारी आयुक्त (Assistant Excise Commissioner) आलोक खरे के भोपाल, इंदौर, रायसेन और छतरपुर समेत पांच ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस की 5 अलग-अलग टीमों ने मंगलवार को एक साथ छापे (Lokayukta Raid) मारे। इस दौरान लोकायुक्त पुलिस भोपाल की टीम ने भोपाल स्थित बंगला नंबर 45 फेस 1 गोल्डन सिटी जाटखेड़ी होशंगाबाद रोड स्थित घर पर छापा मारा गया। आलोक खरे फिलहाल इंदौर में पदस्थ हैं। इसके अलावा वह प्रदेश के कई जिलों में पदस्थ रह चुके हैं। उन्होंने अपनी नौकरी के दौरान आय से अधिक संपत्ति  अर्जित की है।

करोड़ों की बेनामी संपत्ति उजागर
भोपाल लोकायुक्त (Bhopal Lokayukta Police) टीम के छापे में बड़ा खुलासा हुआ है। अब तक की कार्रवाई में सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे के कई शहरों में आलीशान बंगले, प्लॉट, कृषि भूमि, लग्जरी कार के दस्तावेज बरामद हुए हैं। चूना भट्टी भोपाल में 3200 वर्ग फीट के एक प्लॉट, ग्राम तारा सेवनिया भोपाल में 17.4 1 एकड़ कृषि भूमि, कैलाश पार्क (Kailash Park) इंदौर में 1500 वर्ग फीट का प्लॉट, श्री बिल्डर्स एंड डेवलपर्स (Builders And Developers) में 5056 वर्ग फीट का एक आलीशान बंगला, सेंचुरी 21 मॉल में 1890 वर्ग फीट का एक आॅफिस का पता चला है। इसके अलावा रायसेन नगर पालिका सीमा में 21 एकड़ कृषि भूमि, कुसुम गृह निर्माण सहकारी समिति भोपाल में 1800 वर्ग फीट का एक प्लॉट, रायसेन नगर पालिका सीमा में 14.75 एकड़ कृषि भूमि, ग्राम डबरा इमलिया में 57.89 एकड़ कृषि भूमि, मैसर्स पारस हाउसिंग होशंगाबाद रोड में करोड़ों का निवेश का पता चला है।

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सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे के यहां छापे के दौरान कार्रवाई करती हुई लोकायुक्त पुलिस की टीम

हर शहर में जमीन और बंगले
आलोक खरे ने 3 लग्जरी कारें, 2 ट्रैक्टर हाल ही में खरीदी थी, उनका छतरपुर में भी एक आलीशान बंगला है और ग्राम मक्सी भोपाल में 0.40 हेक्टेयर जमीन है। इसके साथ ही आलोक खरे, ग्राम रतनपुर सड़क भोपाल में 0.210 हेक्टेयर जमीन, ग्राम समरधा कलियासोत भोपाल में 0.28 हेक्टेयर जमीन, चूना भट्टी भोपाल में 0.15 एकड़ जमीन, बावड़िया कला मिसरोद में 2100 वर्ग फुट का एक प्लॉट, बागसेवनिया रामेश्वर कॉलोनी में 2160 वर्ग फुट का एक प्लॉट, बावड़िया कला श्री राम कॉलोनी में 194.86 वर्ग मीटर का एक प्लॉट, ग्राम मुगालिया छाप में 0.514 हेक्टेयर कृषि भूमि का मालिक है।
लोकायुक्त की टीम ने आलोक खरे के बंगला नंबर 45 फेस 1 गोल्डन सिटी जाटखेड़ी होशंगाबाद रोड स्थित निवास से 9 लाख रूपए नगदी, 1 किलो 100 ग्राम सोना, 6 किलो चांदी के जेवरात मिले हैं, जिनका मूल्यांकन किया जा रहा है। लोकायुक्त पुलिस को आलोक खरे के खिलाफ भ्रष्टाचार की लगातार शिकायत मिल रही थी। शिकायत में कहा जा रहा था कि सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए करोड़ों की बेनामी संपत्ति जुटाई है। शिकायत की जांच के बाद लोकायुक्त ने आलोक खरे के सभी संभावित ठिकानों पर एक साथ छापा मारा।
पिता के यहां से यह मिला
लोकायुक्त पुलिस ने छतरपुर में रहने वाले रिटायर्ड प्रिंसीपल पिता लालजी खरे के यहां भी दबिश दी थी। घर से 5 लाख रुपए नकद, 400 ग्राम सोना, दो किलो चांदी के जेवरात, 4 हजार स्क्वायर फीट का प्लॉट भी मिला है। पिता का दावा है कि यह सब उन्होंने कमाया है। हालांकि लोकायुक्त पुलिस जांच के बाद इस बारे में कोई प्रतिक्रिया देगी। लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि लालजी खरे और उनकी पत्नी के नाम से ज्वाइंट अकाउंट के अलावा तीन खाते मिले हैं। इसमें करीब 8 लाख रुपए जमा है। नाती—पोते के नाम पर लोकायुक्त पुलिस को एफडी भी मिली है।

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