Bhopal News: हस्तशिल्प का पूर्व अधिकारी निकला भिखारी

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Bhopal News: अविभाजित मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ राज्य में हुआ था तबादला, पुजारी की मदद से परिजनों तक पहुंची पुलिस, राज्य सरकार में जॉब करते हैं रिश्तेदार

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ग्राफिक डिजाईन टीसीआई

भोपाल। सड़क दुर्घटना में मृत भिखारी की पहचान हो गई है। यह घटना भोपाल (Bhopal News) शहर के टीटी नगर इलाके की है। टीटी नगर स्थित यूनिक कॉलेज के सामने एक्टिवा की टक्कर से मृत भिखारी की पहचान हो गई है। वे क्लास वन अधिकारी थे। उनके परिजन अभी भी राज्य सरकार में कई विभागों में अफसर हैं। परिजन उन तक मंदिर के पुजारी की मदद से पहुंची। जिसके बाद पीएम हो चुके शव को सौंप दिया गया।

हस्तशिल्प विभाग में अधिकारी थे

टीटी नगर (TT Nagar) थाना पुलिस के अनुसार यह सड़क दुर्घटना 17—18 जनवरी की दरमियानी रात को हुआ था। शव पुरुष का था जिसका हुलिया भिखारी जैसा प्रतीत हो रहा था। टीटी नगर थाना पुलिस मर्ग 04/25 कायम कर लिया था। पुलिस को पता चला था कि वह अक्सर जवाहर चौक के नजदीक हनुमान मंदिर में आता—जाता था। पुलिस उस मंदिर के पुजारी के पास पहुंची। उसे तस्वीर दिखाई तो पता चला कि उस व्यक्ति की एक बहन कमला नगर (Kamla Nagar) स्थित नेहरु नगर (Nehru Nagar) में रहती है। मृतक की पहचान कमल सिंह देवांगन (Kamal Singh Devangan) के रुप में हुई। वे पूर्व में हस्तशिल्प विभाग (Handicraft Department) में अधिकारी थे। प्रदेश से टूटकर बने छत्तीसगढ़ राज्य में उन्हें 2001 में वहां भेजा गया था। वे छत्तीसगढ़ राज्य नहीं जाना चाहते थे। वे अविवाहित थे और टीटी नगर स्थित सरकारी आवास में कुछ समय तक रहे। उनके पास आय का कोई जरिया नहीं था। इसलिए वे भीख मांगने लगे थे। पुलिस को जांच में पता चला है कि कमल सिंह देवांगन के पिता नोहर सिंह देवांगन (Nohar Singh Devangan) थे। वे मंत्रालय में सचिव स्तर के अधिकारी रहे हैं। छोटे भाई मोहन सिंह देवांगन (Mohan Singh Devangan) हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे 18 साल से किसी के संपर्क में नहीं थे। उनकी बहन मंजू है जो कि खनिज विभाग से सेवानिवृत्त हैं। पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद टक्कर मारने वाले एक्टिवा सवार एमपी—04—जेडयू—5388 के चालक के खिलाफ प्रकरण 73/25 दर्ज कर लिया है। मामले की जांच एएसआई नीतेश काकोडिया (ASI Nitesh Kakodia) कर रहे थे।

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