Bhopal News: कोतवाली थाना पुलिस ने छेड़छाड़ जैसे संगीन अपराध जिसमें आरोपी भी अनजान है उसको बताने में इतनी शर्मिंदगी दिखाई, जानिए क्यों है चुप थाना पुलिस
भोपाल। हिंदू महिला लंबे अरसे से एक व्यक्ति से परेशान चल रही थी। आरोपी मुस्लिम समाज से भी आता है। यह घटना भोपाल (Bhopal News) शहर के छोला मंदिर थाना क्षेत्र की है। जिसमें पुलिस ने निष्पक्ष भाव के साथ संपूर्ण घटनाक्रम बयां कर दिया। लेकिन, भोपाल शहर के कोतवाली इलाके में हुई सनसनीखेज छेड़छाड़ के मामले को पुलिस ने हजम कर लिया। थाना पुलिस इस मामले में कुछ बोल ही नहीं सका।
कर चुका था प्यार का इजहार, तब भी समझाया था
छोला मंदिर (Chhola Mandir) थाना पुलिस के अनुसार छेड़छाड़ की वारदात 04 नवंबर की दोपहर एक बजे हुई थी। यहां क्षेत्र में रहने वाली एक हिंदू शादीशुदा महिला को मुस्लिम लड़का लंबे अरसे से परेशान कर रहा था। पीड़िता की उम्र 28 साल है। आरोपी का नाम शन्नो उर्फ आदिल (Shanno@Adil) है जो कि ऑटो चलाता है। उसके ऑटो में एक बार पीड़िता बैठकर घर तक आई थी। तभी से वह उसे परेशान कर रहा था। पीड़िता शादीशुदा है और उसका एक बच्चा भी है। आरोपी ने कुछ दिन पहले उससे प्यार का इजहार किया था। उस वक्त भी आरोपी को उसने समझाया भी था। लेकिन, ताजा घटना के बाद वह उसके खिलाफ रिपोर्ट 667/24 दर्ज कराने सीधे थाने पहुंची। इधर, कोतवाली थाना पुलिस ने संवदेनशील छेड़छाड़ के मामले को सामान्य मारपीट प्रकरण में शामिल करते हुए आला अधिकारी को अंधेरे में रखा। घटना इमामी गेट इलाके की है। यह वारदात 05 अक्टूबर से लगातार चली आ रही थी। आरोपी अली पीड़िता को परेशान करता था। वह उसको लगातार धमका भी रहा था। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए रात एक बजे पिपलानी थाने में तैनात एसआई सुरेखा आरमो (SI Surekha Armo) को बुलाया गया था। क्योंकि राजधानी में अधिकांश थानों में महिला अधिकारियों की भारी कमी है। जिसे छुपाने के लिए थाना प्रभारियों पर आला अफसरों के भारी दबाव है। इसलिए सुरेखा आरमो ने आकर एफआईआर दर्ज की यह पता न चले इस कारण थाना पुलिस ने चुप्पी साधे रखी। सुरेखा आरमो पिपलानी थाने में तैनात होने के अलावा सप्ताह में एक दिन पुलिस नियंत्रण कक्ष में आरक्षित महिला अधिकारी की ड्यूटी भी करती है। यह सेवा आपातकाल के लिए भोपाल पुलिस के पुरुष अफसरों ने बनाई है। ताकि जहां महिला के प्रकरण आधी रात को पहुंचे वहां रिजर्व में रखी गई महिला अधिकारी को पहुंचाया जा सके। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
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