एडीआर (ADR Report) ने जारी की सात दलों की संपत्ति पर सालाना रिपोर्ट
नई दिल्ली। बीते छह साल में देश की आर्थिक प्रगति और खुशहाली के बारे में आ रही विभिन्न सकारात्मक—नकारात्मक खबरों से अगर आप आर्थिक हालात पर कोई मुकम्मल राय नहीं बना पाए हैं, तो यह खबर इसमें आपको थोड़ा मदद करेगी। चुनाव पर नजर रखने वाली संस्था एडीआर यानी एसोसिएशन आफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR Report) ने देश के 7 बड़े राजनीतिक दलों की संपत्ति पर एक रिपोर्ट जारी की है।
यह रिपोर्ट (ADR Report) बताती है कि साल 2016—17 के मुकाबले साल 2017—18 में भाजपा समेत पांच दलों की संपत्ति में इजाफा हुआ है, तो वहीं कांग्रेस और एनसीपी बीते साल के मुकाबले थोड़े गरीब हो गए हैं। बताने की जरूरत नहीं कि इस दौरान सबसे ज्यादा इजाफा सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की संपत्ति में हुआ है। संपत्ति के आंकड़े इन दलों ने खुद ही घोषित किए थे। एडीआर (ADR Report) ने उन्हीं के आधार पर अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की है। राजनीतिक दलों की संपत्ति में अचल संपत्ति यानी पार्टी के निजी कार्यालय, जमीनों के अलावा लोन और एडवान्स, डिपॉजिट और निवेश शामिल हैं।
सात दलों- भाजपा, कांग्रेस, एनसीपी, बसपा, भाकपा, माकपा और टीएमसी ने 2016-17 में जो घोषणा की थी, उसके मुताबिक इनकी सातों दलों की कुल संपत्ति 3,260.81 करोड़ रुपये थी। यह 2017-18 में बढ़कर 3456.65 करोड़ रुपये हो गई है।
भाजपा की संपत्ति में 2017-18 में 22 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। यह 2016-17 में 1,213.13 करोड़ रुपये थी, जो 2017-18 में बढ़कर 1483.35 करोड़ रुपये हो गई है। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट (ADR Report) में कहा है कि भाजपा उन राष्ट्रीय दलों में शामिल है, जिनकी संपत्ति 2016-17 के मुकाबले 2017-18 में 6 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है।
रिपोर्ट (ADR Report) के मुताबिक, कांग्रेस और एनसीपी दो ऐसे राष्ट्रीय दल थे, जिनकी घोषित संपत्ति में सालाना आधार पर कमी आई है। यानी ये करोड़पति दल पहले के मुकाबले अब गरीब हो गए हैं। कांग्रेस की कुल संपत्ति 2016-17 में 854.75 करोड़ रुपये से 15.26 फीसदी घटकर 2017-18 में 724.35 करोड़ रुपये रह गई। इसी बीच एनसीपी की संपत्ति 16.39 फीसदी घटकर 9.54 करोड़ रुपये पर आ गई।
बसपा की कुल संपत्ति में भी इस दौरान इजाफा देखने को मिला है। यह 2016-17 में 680.63 करोड़ रुपये से बढ़कर 2017-18 में 716.72 करोड़ रुपये हो गई है। इस दौरान माकपा की संपत्ति भी बढ़ी है। यह 463.76 करोड़ रुपये से बढ़कर 482.1 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं भाकपा की संपत्ति 10.88 करोड़ से बढ़कर 11.49 करोड़ रुपये हो गई है।
तृणमूल कांग्रेस की बात करें तो इसकी संपत्ति में 10.86 फीसदी का इजाफा हुआ है। 2016-17 में यह 26.25 करोड़ रुपये थी। 2017-18 में बढ़कर यह 29.10 करोड़ रुपये हो गई।