Bhopal News: आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद अस्पताल ने नहीं किया किसान का इलाज

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Bhopal News: कई अस्पतालों में चक्कर लगाकर परेशान व्यक्ति की मौत, पुलिस ने शव पीएम के लिए भेजा

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भोपाल मॉच्युरी रुम— फाइल फोटो

भोपाल। केंद्र सरकार के आयुष्मान कार्ड को कई निजी अस्पताल नहीं स्वीकारते हैं। यह बात हम यूं ही नहीं कर रहे। दरअसल, सीहोर के एक किसान की कई अस्पतालों में भर्ती होने के बाद मौत हो गई। उसे अस्पताल से इसलिए डिस्चार्ज होना पड़ा क्योंकि उसके पास पैसा नहीं था। वहीं अस्पताल ने कार्ड नहीं चलने का बोलकर उसे एडमिट ही नहीं किया। अब यह मामला जांच के लिए भोपाल (Bhopal News) शहर के निशातपुरा थाना पुलिस कर रही है। पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद वह जांच के बिंदु तय करेगी।

इन अस्पतालों में हुआ था भर्ती, डिस्चार्ज क्यों हुआ पता लगाएगी पुलिस

निशातपुरा (Nishatpura) थाना पुलिस के अनुसार अम्बीलाल सिंह (Ambilal Singh) पिता कुबेर सिंह उम्र 43 साल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई हैं। वह सीहोर (Sehore)  जिले में स्थित ग्राम नंदन में रहता था। अम्बीलाल सिंह किसानी का काम करता था। पुलिस ने बताया कि मृतक को सांस लेने में तकलीफ थी। वह इलाज के लिए घर से 29 सितंबर को भोपाल आया था। सबसे पहले पीवीजीएम अस्पताल (PVGM Hospital) में भर्ती हुआ। वहां एक दिन भर्ती भी रहा। उसे बताया गया कि उसका आयुष्मान कार्ड से वहां इलाज नहीं मिल सकेगा। इसके बाद वह 01 अक्टूबर को सीवीएस अस्पताल (CVS Hospital) में आ गया। वहां भी डॉक्टरों ने उसको भर्ती करने से इंकार कर दिया। इस कारण वह अस्पताल के बाहर लेट गया। अस्पताल के ही कर्मचारियों ने पीवीजीएम अस्पताल में फोन करके परिजनों से नंबर लिया। उन्हें बुलाकर किसान (Farmer) को पीपुल्स अस्पताल (People Hospital) में भर्ती कराया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की जांच हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र बहादुर (HC Dharmendra Bahadur) कर रहे हैं। निशातपुरा पुलिस मर्ग 65/24 में कायम कर लिया है। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)

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