Bhopal News: पुलिस का दावा छानबीन के लिए जब घर लेकर पहुंची पुलिस तो भागने की कोशिश में गिरकर बायां पैर हुआ जख्मी, पीड़ित परिवार के घर पुलिस का अभी भी बना हुआ है पहरा, कांग्रेस, आप और समाजवादी पार्टी ने सरकार को यह बोलकर घेरा, अब धीरे—धीरे बोलने लगे अफसर
भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में पांच साल की मासूम बच्ची के साथ ज्यादती के बाद हुई हत्या के मामले के आरोपियों को पॉक्सो एक्ट के विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया गया। यहां से मां—बेटी को जेल भेज दिया गया। जबकि मुख्य आरोपी को पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर लिया गया। उसे जब अदालत में लाया गया तो वह बाएं पैर से जख्मी था। जिस पर पुलिस ने दबी जुबान में एक कहानी बताई है। इधर, भोपाल (Bhopal News) शहर में कई सामाजिक संगठनों के अलावा राजनीतिक पार्टियों ने दिनभर अनेकों जगह पर प्रदर्शन किया।
कोर्ट में पैरवी करें या न करें वकील सोचेंगे
मुख्य आरोपी के खिलाफ दर्ज है कई प्रकरण
नशे के खिलाफ पुलिस की नहीं लग सकी नकेल
बाजपेयी नगर (Bajpai Nagar) के मल्टी में लोगों के भीतर पुलिस के प्रति बेहद आक्रोश है। इसकी वजह यहां बिक रहा नशे का सामान है। रहवासियों का कहना है कि मल्टी (Multi) में एक हजार से अधिक मकान है। जिसमें करीब आधा दर्जन संवेदनशील इलाके हैं जहां अवैध तरह से शराब बिक्री होती है। इस बात की शिकायत करने पर माफियाओं से उनका नाम उजागर कर देती थी। गांजा से लेकर तमाम अन्य नशे का सामान बिकता हैं। जिस घर में नाबालिग की लाश मिली वहां भी अवैध गतिविधियां चल रही थी। इस बात की शिकायत पुलिस से भी की गई थी। लेकिन, किसी तरह की सुनवाई नहीं हुई तो लोगों ने बोलना बंद कर दिया। हालत यह है कि लोग सड़क पर उतरकर प्रदर्शन न करें इसके लिए पुलिस बल अभी भी पीड़ित परिवार के घर के आस—पास तैनात है। अफसर बार—बार आकर वहां पेट्रोलिंग कर रहे हैं।
यह है वह घटना जिससे पूरी राजधानी अभी भी विचलित हैं
हटकर द क्राइम इंफो बोला तो वीडियो और तस्वीरें डिलीट हुई
समाजवादी पार्टी नेता यश भारतीय (Yash Bhartiya) ने मीडिया को बयान देकर कहा कि यूपी (UP) के हाथरस (Hathras) में भी ज्यादती की पीड़िता का शव पुलिस ने घर ले जाने नहीं दिया। जबकि सनातनी व्यवस्थाओं में घर से विश्राम स्थल शव को ले जाने का महत्व है। शहर में सनातनी व्यवस्थाओं की रीतियों का दमन करने वाली भाजपा सरकार के सारे नेता चुप हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि राखी बांधकर रिकॉर्ड बनाने वाले मंत्री विश्वास सारंग (Minister Vishwas Sarang) और विधायक रामेश्वर शर्मा (MLA Rameshwar Sharma) चुप क्यों हैं। यदि बच्ची जीवित होती तो नवरात्र में किसी न किसी घर में जरुर पूजी जाती। इस नवरात्र में उसकी कमी पूरे शहर को खलेगी। इसी तरह रोशनपुरा चौराहे पर आप पार्टी (AAP Party) के अध्यक्ष हरीश पाठक (Harish Pathak) के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। पार्टी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को संभालने में सरकार नाकाम साबित हो रही है। घटना की निंदा करते हुए नेताओं ने जमकर नारेबाजी भी की। इधर, कांग्रेस (Congress) प्रवक्ता संगीता शर्मा (Sangeeta Sharma) ने बयान जारी करके कहा कि शहर में पांच साल की बच्ची से दरिंदगी हुई। इसके बावजूद प्रदेश की मंत्री कृष्णा गौर (Minister Krishna Gaur) डीजे की धुन पर जन्मदिन मना रही थी। उन्हें मुख्यमंत्री को मंत्रीमंडल से हटा देना चाहिए। पीड़ित परिवार के पास भाजपा का कोई नेता नहीं पहुंचा। वहीं द क्राइम इंफो ने घटना से एक दिन पहले 25 सितंबर को पुलिस बच्ची को तलाशने का दावा कर रही थी उसकी कलई खोली थी। जहां घटना हुई थी वहां भाजपा पार्टी (BJP Party) की तरफ से सदस्यता अभियान चलाया गया था। उसकी तस्वीरें और वीडियो कई भाजपा नेता के सोशल मीडिया में थी। इस संबंध में 26 सितंबर को समाचार प्रकाशन किया गया। जिसके बाद उन्हें तुरंत डिलीट करने का काम शुरु किया गया। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
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