MP Drug Scam News: एमपी गर्वमेंट एंड ऑटोनॉमस डॉक्टर एसोसिएशन ने सीएम डॉक्टर मोहन यादव को लिखा पत्र, प्रदेश के अस्पतालों में दस तरह की अमानक दवाओं की सप्लाई करने वाली एजेंसी के खिलाफ एफआईआर की मांग, दवाओं की गुणवत्ता की निगरानी करने वाली एजेंसी को ताकतवर बनाने के लिए दिया सुझाव
भोपाल। मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में दस तरह की दवाएं अमानक स्तर की सप्लाई की जा रही है। इतना ही नहीं डायरिया जैसी गंभीर बीमारी में दिया जाने वाला ओआरएस पाउडर भी नकली सप्लाई हो रहा है। यह आरोप एमपी गर्वमेंट एंड ऑटोनॉमस डॉक्टर एसोसिएशन ने लगाया है। महासंघ ने इस संदर्भ में एमपी (MP Drug Scam News) के सीएम डॉक्टर मोहन यादव को पत्र लिखकर विरोध भी जता दिया है। इसके अलावा डॉक्टरों ने बकायदा संदर्भ देकर दवाओं की गुणवत्ता की निगरानी करने वाली एजेंसी को सख्त करने के लिए भी सुझाव दिया हैं।
महासंघ यदि सच बोल रहा है तो प्रदेश की आठ करोड़ जनता के साथ सरकारी अस्पतालों में हो रहा खिलवाड़
यह पत्र 31 अगस्त को मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा गया है। जिसमें मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन (Medical Officers Association) के अध्यक्ष डॉक्टर माधव हसानी (Dr Madhav Hasani), पीएसटीए के अध्यक्ष डॉक्टर राकेश मालवीय (Dr Rakesh Malviya) और ईएसआई डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर गजेंद्रनाथ कौशल (Dr Gajendranath Kaushal) ने हस्ताक्षर किए हैं। पत्र में बताया गया है कि डॉक्टर्स की शिकायत पर आईसीयू एवं ऑपरेशन के दौरान उपयोग की जाने वाली जीवन रक्षक 10 दवाओं को लैब जांच में अमानक पाया गया है। यह गंभीर चिंता का विषय है। इसे मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ बताया गया है। ओआरएस जैसे सामग्री के अमानक पाए जाने से दस्त एवं डायरिया से ग्रस्त बच्चों का इलाज प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुआ है। चिकित्सक इन दवाओं का इस्तेमाल गंभीर मरीजों के उपचार में करते हैं। जिस कारण मरीजों पर दवा का असर नहीं होता है। पत्र में यह कहा गया है कि दवा बनाने वाली निर्माता कंपनियों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां निर्मित करने का कोई नियंत्रण नहीं है।
मध्य प्रदेश शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ ने मांग करते हुए मुख्यमंत्री से कहा है कि मध्य प्रदेश में दवा निर्माता कंपनियों पर आजीवन कारावास का कठोर दंड निर्धारित किया जाए। मुख्यमंत्री को मेडिकल कॉर्पोरेशन के पत्र लिखे गए तीन पत्र का भी हवाला दिया गया है। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
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