Bhopal Property Fraud: लांबाखेड़ा में स्थित चार हजार स्क्वायर फीट से अधिक की जमीन को बेचने की योजना विफल, असली जमीन मालिक के पास नामांतरण का नोटिस घर पहुंचा, जालसाज महिला समेत चार लोगों की तलाश जारी
भोपाल। यदि आप दस्तावेजों का महत्व नहीं जानते हैं तो यह समाचार आपके लिए सबक के लिए काफी है। मामला भोपाल (Bhopal Property Fraud) देहात क्षेत्र में स्थित ईटखेड़ी थाना क्षेत्र की जमीन का है। जिसको गुपचुप तरीके से बेचने का प्रयास किया जा रहा था। इसके लिए फर्जी तरीके से पॉवर आफ अटॉनी बनाई गई थी। जिसमें असली आधार कार्ड नंबर पर नकली जालसाज ने अपनी तस्वीर लगाई थी। पुलिस की एक टीम इस गिरोह से जुड़े चार संदेहियों की तलाश कर रही है। इसमें एक महिला भी शामिल है। इस मामले की जांच भोपाल शहर के शाहजहांनाबाद थाना पुलिस कर रही है। दरअसल, इस पूरे फर्जीवाड़े की नींव परी बाजार में स्थित उप पंजीयक कार्यालय का दफ्तर है।
जमीन बिकते—बिकत बच गई अगर यह नहीं होता तो
शाहजहांनाबाद (Shahjahanabad) थाना पुलिस के अनुसार इस मामले की जांच गुपचुप तरीके से चल रही थी। पुलिस के पास शिकायत 15 अप्रैल, 2024 को हुई थी। जिसमें शिकायत निशातपुरा थाना क्षेत्र स्थित करोद (Karond) के नजदीक विश्वकर्मा नगर (Vishwakarma Nagar) फेज—2 निवासी मधुसुदन गुप्ता (Madhusudan Gupta) पिता स्वर्गीय पन्नालाल गुप्ता उम्र 66 साल ने दर्ज कराई है। उनकी ईटखेड़ी (Itkhedi) में जमीन है जिसके नामांतरण के लिए उप पंजीयक कार्यालय से नोटिस आया था। यह सुनने के बाद मधुसुदन गुप्ता परेशान हो गए। क्योंकि उन्होंने जमीन बेचने की इच्छा ही नहीं जताई थी। फिर उन्हें बिना पता चले जमीन बेच रहा है। उन्होंने परी बाजार (Pari Bajar) में स्थित उप पंजीयक कार्यालय में भी अफसरों से शिकायत की थी। लेकिन, वहां मामले को दबाए रखा गया। जिस कारण शिकायत पुलिस से की गई। पुलिस को जांच में पता चला कि उनके आधार कार्ड का नंबर इस्तेमाल करके एक पॉवर आफ अटॉनी बनाई गई है। यह हरीबाई पंथी (Haribai Panthi) पत्नी गणेशराम पंथी के नाम पर है। उसका पता राजवंश होटल (Rajvansh Hotel) के पीछे जैन मंदिर का था। जबकि हरीबाई पंथी को पीड़ित जानते ही नहीं थे। इसके अलावा मधुसुदन गुप्ता के आधार कार्ड पर दूसरे व्यक्ति की तस्वीर लगी हुई थी। फर्जी अनुबंध पर ताहिर और आरिफ अली (Arif Ali) ने हस्ताक्षर किए थे। अब पुलिस इन चारों लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस को प्राथमिक तफ्तीश में कुछ संदेहियों के मोबाइल नंबर भी मिले है। जिसके आधार पर एक टीम हरियाणा (Hariyana() गई हुई है। पुलिस ने फिलहाल उप पंजीयक कार्यालय से जब्त दस्तावेजों के आधार पर 388/24 धारा 420/467/468/471/120—बी जालसाजी, दस्तावेजों की कूटरचना, कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल और साजिश के तहत प्रकरण) दर्ज किया है।
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