MP Congress News: बिना सबूत मुंह जुबानी लगाए गए आरोपों पर दागे गए सवालों से बौखलाए कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष ने चुप कराया, अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक को लेकर जानकारी देते वक्त दो बार पुराने और मंझे हुए नेता कर गए ऐसी चूक
भोपाल। एमपी कांग्रेस (MP Congress News) में युवा नेतृत्व को तरजीह नहीं दी जाती। अधिकांश बड़ी पोस्ट पर पुराने नेताओं का ही कब्जा है। जिस कारण मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) भी अपना क्षमता का प्रदर्शन नहीं कर सके। जबकि पुराने नेता जिनको क्षत्रप कहा जाता था वह सारे अपने—अपने क्षेत्र में रहकर शिकस्त हो चुके हैं। कांग्रेस (Bhopal Congress News) में जमकर भगदड़ मची हुई है। इसी भगदड़ में भाजपा का दामन थामने वाले छिंदवाड़ा (Chhindwara) के अमरवाड़ा से पूर्व विधायक कमलेश शाह को लेकर कांग्रेस ने काफी गंभीर आरोप लगाए। हालांकि यह आरोप मुंह जुबानी थे। क्योंकि मीडिया को खुलासा करने से पहले और उसके घंटों बाद तक दस्तावेज नहीं सौंपे गए। यह जानकारी देने आए पूर्व मंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने दो बार जानकारी देते वक्त चूक भी की।
कांग्रेस छोड़ी, कथावाचक बने फिर कांग्रेस में सक्रिय हो गए
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (EX CM Digvijay Singh) के शासनकाल में मुकेश नायक (Mukesh Nayak) शिक्षा मंत्री रहे थे। उन्होंने भी कांग्रेस (Congress) पार्टी से बगावत करके अपनी पार्टी अजेय भारत पार्टी (Ajay Bharat Party) बनाई थी। हालांकि वह राजनीतिक हाशिए पर जाने का अहसास होने पर कथावाचक बन गए थे। उन्हें कुछ समय पूर्व ही सक्रिय भूमिका में लाने के लिए पार्टी ने प्रवक्ता की पोस्ट दी है। वे सोमवार को दल बदलने वाले छिदवाड़ा (Chhindwara) के अमरपाटन विधानसभा से पूर्व विधायक कमलेश शाह (Kamlesh Shah) के खिलाफ मीडिया के सामने खुलासा करने आए थे। यहां से भाजपा ने कमलेश शाह को उप चुनाव के लिए टिकट दिया है। वे पहले कांग्रेस पार्टी में थे और तीन बार के विधायक भी रहे हैं। कमलेश शाह ने उस वक्त दल बदला जब लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) हो रहे थे। यह सीट आदिवासी अंचल में आती है जिसमें गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी समीकरण बिगाड़ने जा रही है। छिंदवाड़ा को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का किला भी कहा जाता है। लेकिन, लोकसभा में उनके बेटे को मिली हार के बाद अमरवाड़ा (Amarwada By Election) विधानसभा सीट जीतना कांग्रेस के लिए नाक का सवाल बन गया है। लेकिन, मैदान में कांग्रेस पार्टी का कैडर अभी भी काफी कमजोर हैं। इस बात का अहसास पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को पता है। इसलिए वे एमपी के संगठन से काफी नाराज चल रहे हैं।
दो बार पूर्व विधायक को कांग्रेस ज्वाइन कराई एक बार तो सुधारा दूसरी बार गलती नहीं सुधारी
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने कहा कि छिंदवाड़ा के पूर्व विधायक कमलेश शाह के एक ऐसे प्रकरण की बातचीत आपसे करना चाह रहा हूं। जिस कारण उन्हें भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन करना पड़ी। वे तीन बार के विधायक रहे और अचानक ऐसा जादू हुआ कि उन्हें भाजपा पार्टी ज्वाइन कर ली। उन्होंने नगरीय निकाय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Minister Kailash Vijayvargiya) पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोलभाव और दबाव डालकर शाह को कांग्रेस ज्वाइन करने के लिए मजबूर किया। जब संवाददाताओं ने याद दिलाया कि उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की है। इस पर उन्होंने कहा (MP Congress News) कि ‘हां वो बीजेपी ज्वाइन करने के लिए मजबूर कर दिया’ यह प्रकरण 2016—17 का है। उन्होंने आगे कहा कि कमलेश शाह की पत्नी नपा की अध्यक्ष रहीं हैं। पद में रहते हुए उनकी पत्नी ने करोड़ों रुपए का घोटाला किया। उस घोटाले में हाईकोर्ट से जमानत पर हैं। विडंबना यह है कि सरकार को इस प्रकरण में 90 दिनों के भीतर इस मामले में चालान पेश करना था। लेकिन, उन पर दबाव बनाकर रखा और आज तक कांग्रेस नहीं ज्वाइन कर ली, बीजेपी ज्वाइन नहीं कर ली तब तक निरंतर उन पर दबाव बनाकर रखा गया। यहां कांग्रेस दोबारा बोलने पर मुकेश नायक ने सुधार करने की बजाय भाजपा पार्टी की बजाय दूसरी बार कांग्रेस पार्टी का नाम लेकर संबोधित किया।
मीडिया ने कोई रिस्पांस ही नहीं दिया
मुकेश नायक का आरोप है कि पूर्व विधायक ने निजी भूमि पर उन्होंने एक हजार लोगों को सौ रुपए के स्टांप पेपर पर प्लॉट काटकर दे दिए। जिन्होंने प्लॉट लिए उनसे रकम वसूली। जल्दी—जल्दी प्लॉट इसलिए बिके क्योंकि उन्होंने नगर परिषद का बजट अपनी कॉलोनी का मूल्य बढ़ाने के लिए लगा दिया। यह सारे दस्तावेज मेरे पास मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि हम मीडिया को यह दस्तावेज जारी करेंगे। नपा से कब—कब भुगतान और किसने खरीदा यह सारी जानकारी है। मुकेश नायक के इस खुलासे से पूर्व मीडिया में काफी संवदेनशील मुद्दा बताकर पत्रकारों को बुलाया गया। लेकिन, जब उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय का नाम लिया और नगरीय निकाय का मामला बताया तो मीडिया ने कोई रिस्पांस ही नहीं दिया। यह देखकर उन्होंने छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा से आए संदीप को मीडिया से सवाल—जवाब के आगे कर दिया। जब किसी ने काफी देर तक सवाल नहीं किया तो द क्राइम इंफो ने सवाल दागा। संदीप ने बताया जो कॉलोनी काटी गई उनमें पुराना वेद बाजार, महाराजा मार्केट (Maharaja Market) और तीसरी कॉलोनी रेस्ट हाउस के बाजू में है। संदीप ने बताया कि रेरा कानून की बिना अनुमति लिए बिना यह कॉलोनियां काटी गई। मुझे आरटीआई में इसकी जानकारी आज तक नहीं दी गई है। राजस्व का नुकसान 22 से 26 करोड़ रुपए का हुआ है। संदीप ने बताया कि इस संबंध में ईओडब्ल्यू (EOW) में भी शिकायत की गई है। हालांकि जिस वक्त यह घोटाला करने की बात की जा रही है उस वक्त कमलेश्वर शाह कांग्रेस से ही विधायक थे। लगातार दो—तीन सवाल पूछने पर मुकेश नायक बौखला गए और उन्होंने द क्राइम इंफो के प्रतिनिधि को चुप रहने के लिए बोल दिया। मुकेश नायक मीडिया के सामने बिना प्रेस विज्ञप्ति और दस्तावेजों के साथ बातचीत करने के लिए आए थे।
जब तक पार्टी में रहे तब तक निकाला क्यों नहीं
इन आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा (Narendra Saluja) से प्रतिक्रिया ली गई। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी की सोच बताती है कि वह किस तरफ जा रही है। कमलेश शाह जब तक पार्टी में रहे तब तक उन्हें भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दिया। आज जब वे भाजपा में आ गए हैं तो उनकी पार्टी में रहते भ्रष्टाचार को उजागर कांग्रेस अपनी ही जड़ खोद रही है। इससे साफ है कि जब तक भ्रष्ट पार्टी में रहे तब तक वह अच्छा है। जब वह दल बदल ले तो वह बुरा हो जाता है।
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