सोमवार को सांसदों ने लोकसभा (#LokSabha) में ली शपथ
नई दिल्ली। मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी और भोपाल लोकसभा (#LokSabha) सीट से सांसद प्रज्ञा ठाकुर के शपथ ग्रहण में भी हंगामा हो गया। सोमवार को लोकसभा (#LokSabha) में शपथ लेने के दौरान कांग्रेस सांसदों ने जमकर हंगामा किया। शपथ के दौरान प्रज्ञा ठाकुर ने अपना जो अपना नाम बताया उस पर कांग्रेस ने आपत्ति ली। कांग्रेस सांसदों ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद प्रोटेम स्पीकर डॉ. वीरेंद्र कुमार ने हंगामा शांत कराया। प्रोटेम स्पीकर ने विपक्ष के सांसदों से कहा कि प्रज्ञा ठाकुर का जो नाम रिकॉर्ड में है वहीं रखा जाएगा।
विपक्षी सांसद प्रज्ञा ठाकुर को दोबारा शपथ ग्रहण कराने की मांग करते रहे। लेकिन प्रोटेम स्पीकर ने उनकी बात नहीं मानी। प्रज्ञा के बाद भाजपा सांसद रोडमल नागर ने शपथ ग्रहण की। बता दें कि प्रज्ञा समेत ज्यादातर सांसदों ने संस्कृत में शपथ ली।
सांसदों ने अलग-अलग भाषाओं में शपथ ग्रहण की। इंदौर से सांसद शंकर लालवानी ने सिंधी में संविधान की शपथ ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अंग्रेजी में शपथ ली। राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद चुने गए है। वे लोकसभा में कांग्रेस का नेतृत्व करेंगे।
प्रज्ञा ठाकुर ने संसद में शपथ लेते वक्त अपना नाम प्रज्ञा ठाकुर पूर्ण चेतानंद अवधेशानंद गिरी कहा था। प्रज्ञा ठाकुर ने अपने नाम के साथ अपने आध्यात्मिक गुरु का नाम भी जोड़ लिया था।
#WATCH: An uproar started in the Lok Sabha today when BJP's winning candidate from Bhopal, Pragya Singh Thakur took oath as MP under the name 'Sadhvi Pragya Singh Thakur Poorn Chetnand Avdheshanand Giri', suffixing her name with her spiritual guru. She took her oath in 3 attempts pic.twitter.com/VuTvZ4BgIT
— ANI (@ANI) June 17, 2019
जय श्रीराम के नारे पर आपत्ति
सांसदों के शपथ ग्रहण के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद भारत माता की जय, वंदे मातरम और जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे। महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा ने इस पर आपत्ति जताई। संसद में जय श्रीराम का नारा लगाने पर कौर ने विरोध दर्ज कराया। उन्होंन कहा कि- ‘यह सही जगह नहीं है, मंदिर इसके लिए हैं। सभी देवता समान हैं लेकिन किसी को लक्षित करना और उनका नाम लेना गलत है।
Navneet Kaur Rana, independent MP from Amravati (Maharashtra) on slogans of 'Jai Sri Ram' raised in Parliament when members were taking oath: This is not the right place, temples are there for it. All gods are same but targeting someone and taking that name, it's wrong. pic.twitter.com/ECrrtduuB7
— ANI (@ANI) June 17, 2019