MP Political News: विपक्षी पाटियों के पास नेता से से लेकर कार्यकर्ताओं की कमी, डॉयलाग की अहमियत जानते हैं पीएम, 137 देशों में एक साथ योग कराकर मनाया भारत का लोहा, विदेश से लौटकर कार्यकर्ता से मिलने आना यह मोदी ही कर सकते हैं, दुनिया की सर्वाधिक कार्यकर्ताओं वाली पार्टी के एमपी प्रेसीडेंट के विचार के संपादित अंश…
भोपाल। मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव है। जिसके चलते सरकार विरोधी लहर को थामने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर तमाम मंत्री जुटे हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी भारतीय जनता पार्टी में उर्जा संचार करने के लिए कोई मौका मिले तो नहीं छोड़ते हैं। उनकी मंगलवार को भोपाल (MP Political News) में यात्रा है। इस दौरान वे वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने के अलावा रोड शो के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। उन्हें जीत का मूलमंत्र भी वे देंगे। इसके लिए कार्यकर्ताओं का विधिवत रूप से चयन किया गया है। इस असवर पर एमपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रधानमंत्री की कार्यशैली और सोच को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। यह विचार कुछ स्थानों पर पाठक को पढ़ाई में सरलता प्रदान करे इसलिए संपादित भी किए गए हैं।
हर राष्ट्राध्यक्ष और कंपनी का सीईओ यूं ही नहीं मिलना चाहता
विश्व के सबसे लोकप्रिय राजनेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की संवादपरकता का लोहा दुनिया मानती है। संसार के सभी शक्तिशाली लोग उनसे मिलने को आतुर रहते हैं। विविध क्षेत्रों की श्रेष्ठ शख्सियतें भी मोदी की मुरीद हैं। किसी बड़े देश का राष्ट्राध्यक्ष हो या बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनी का मुखिया, वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सानिध्य चाहता है। हाल ही में उनकी अमेरिका यात्रा के दौरान यह दृश्य सभी ने देखा भी है। अमेरिकी कॉंग्रेस में मोदी के भाषण के दौरान भी मोदी-मोदी के नारे से सीनेट लगातार गूँजता रहा था। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अमेरिका (America) में उन्होंने मनाया। इस दौरान मोदी के नेतृत्व में रिकॉर्ड बन गया। जहां एक साथ 137 देशों के लोगों ने योग किया। भारतीय योग का परचम फहराने वाले नरेंद्र मोदी की यह विशिष्टता है, कि वे बड़ी चीजों पर जितना ध्यान देते हैं, उससे कहीं अधिक छोटी दिखने वाली चीजों पर देते हैं।
कार्यकर्ताओं से संवाद करने का अवसर नहीं चकूते
भारत से बाहर प्रधानमंत्री जहां भी जाते हैं, वहां प्रवासी भारतीयों से मिलकर बातचीत करना नहीं भूलते। मोदी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिनका भाषण सुनने विदेशों में भी हजारों लोग लालायित रहते हैं। अमेरिकन कम्युनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष भरत बरई (Bharat Barai) के मुताबिक वैश्विक भारतीय डायस्पोरा के लिए मोदी सबसे लोकप्रिय भारतीय प्रधानमंत्री हैं और अब वह सबसे लोकप्रिय विश्व नेता हैं। दरअसल, जनतंत्र में लोकप्रियता का सूत्र है सतत् संवाद। जहां संवाद नहीं होगा, वहां लोकप्रियता नहीं होगी। संगठन में शुरु से ही नरेंद्र मोदी अपनी संवाद शैली से जाने जाते रहे हैं। उनके रग-रग में संगठन-भाव है। शीर्ष पद पर बैठकर भी वे जितनी सहजता से ताकतवर नेताओं व उद्योगपतियों आदि से संवाद करते हैं, उससे कहीं अधिक सहजता से वे अपने कार्यकर्ताओं से संवाद करते हैं। निचले पायदान पर सक्रिय कार्यकर्ताओं से संवाद का कोई भी अवसर वे नहीं छोड़ते। यही कारण है कि भाजपा का हर कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी से जुड़ा हुआ महसूस करता है। कार्यकर्ताओं के प्रति उनका कुटुंब-भाव यह दर्शाता है कि भाजपा एक कैडर आधारित दल है। जहां कोई भी कार्यकर्ता अपने बीच से निकले प्रधानमंत्री से सहज संवाद कर सकता है।
दूसरे दलों के नेता दर—दर जाकर भीख मांग रहे
दशकों पहले संगठन-कार्य करते हुए मोदी जी ने यह विश्वास स्थापित किया है। नेतृत्व की यह विशेषता ही हम सबकी थाती है। संगठन में सतत् संवाद भाजपा की विरासत है, जिसे प्रधानमंत्री ने नयी ऊँचाई दी है। तकनीकी उपयोग के जरिए उन्होंने इस परंपरा को नयी पहचान दी है। नमो एप के जरिये देशभर के कार्यकर्ताओं (MP Political News) का उनसे सतत् संपर्क संभव है। साथ ही सरकार की योजनाओं और प्रधानमंत्री का संदेश नीचे तक सीधे पहुंचता है। भोपाल में प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में कार्यकर्ताओं का महाकुंभ इस कड़ी में एक नया अध्याय लेकर आया है। ‘मेरा बूथ-सबसे मजबूत’ कार्यक्रम के जरिये मोदी देशभर के 10 लाख बूथों के करोड़ों कार्यकर्ताओं से संवाद का इतिहास रचेंगे। राजनीतिक इतिहास में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से सीधे संपर्क का यह आयोजन एक जनप्रिय नेता ही कर सकता है। यह संकल्प वही पूरा कर सकता है, जो कार्यकर्ताभाव से भरा हुआ हो। ये उसी नेता के जरिए संभव है, जो मूल तत्व के महत्व को समझता हो और उसे सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हो। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा (Vishnu Dutt Sharma) का आरोप है कि बड़े-बड़े पुराने दल के नेता आज दर-बदर घूम कर समर्थन जुटाने में व्यस्त हैं। सत्ता के लिए वे न जाने कितने दरवाजे खटखटा रहे हैं। जिनके पास नेता और कार्यकर्ता दोनों का अभाव है, उनसे भी दोस्ती की भीख मांग रहे हैं।
संवाद करने के लिए कार्यकर्ताओं को ऐसे चुना गया
शर्मा का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित पार्टी है। जिसका नेता विदेश से लौटकर सीधे अपने बूथ की ओर देख रहा है। वह अपने बूथ के कार्यकर्ता से सीधे संवाद करने के लिए हाजिर है। यही है पार्टी विथ डिफरेंस। यहां कार्यकर्ताओं की अहमियत का अंदाजा बात से लगाया जा सकता है कि गुजरात विधानसभा चुनाव की जीत के बाद मोदी ने कहा था कि इस विजय में पन्ना और बूथ समितियों के कार्यकर्ताओं की अतुलनीय भूमिका है। विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा जमीन से लेकर डिजीटल तक सभी प्रकार के प्लेटफार्म पर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। ‘मेरा बूथ-सबसे मजबूत’ अभियान से जुड़े जिन कार्यकर्ताओं से आज मोदी जी संवाद करेंगे, उनकी चयन प्रक्रिया भी एक लोकतांत्रिक इतिहास का अहम पड़ाव बन गया है। इसके तहत देश के सभी विधानसभा और लोकसभा से दस-दस नाम चुने गये। ये नाम देशभर के सभी प्रमुख नेताओं को सौंपे गये, जिन्होंने इन दस बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं के साक्षात्कार लिये। बूथ से जुड़े प्रश्नों को लेकर बनाए गये मानदंडों पर बेहतर प्रदर्शन वाले प्रत्येक लोकसभा से पांच-पांच लोग मिलाकर कुल तीन हजार लोगों का चयन हुआ, जो भोपाल में प्रधानमंत्री से संवाद के लिए प्रत्यक्ष उपस्थित हो रहे हैं। इसके अलावा देशभर के 10 लाख बूथों के करोड़ों कार्यकर्ता भी डिजिटल तौर पर मोदी जी से सीधे जुड़ेंगे।
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.comके फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं