बहस से शुरु हुआ विवाद हाथापाई तक पहुंच गया
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस (Congress) के अंदर बगावत शुरु हो गई है। पार्टी की अंदरूनी कलह मंगलवार को खुलकर सामने भी आ गई। उत्तर प्रदेश में मिली करारी शिकस्त की समीक्षा करने एकत्रित हुए कांग्रेस नेता आपस में भिड़ गए। वाद-विवाद से शुरु हुई बहस में हाथापाई की नौबत भी आ गई। बताया जा रहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नेताओं ने प्रभारी और महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी जमकर बहस की।
दरअसल मंगलवार को गुरुद्वारा रकाबगंज परिसर में समीक्षा बैठक रखी गई थी। कांग्रेस नेता के के शर्मा ने बताया कि बैठक सुबह 10 बजे से शुरु होनी थी। लेकिन बड़े नेताओं ने बिना सहमति बनाए उसे 3 बजे दोपहर तक टाल दिया। केके शर्मा ने कहा कि उन्हें गुलाम नबी आजाद के खिलाफ भी बोलना था।
#WATCH: Argument between Congress leaders from Western Uttar Pradesh following a review meeting in Delhi on election results in UP; a Congress leader says, "it's our internal matter". pic.twitter.com/HUPt5uih2R
— ANI (@ANI) June 11, 2019
हार की समीक्षा के लिए कांग्रेस के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 जिलों के नेताओं को बुलाया गया था। जानकारी के मुताबिक पहले कांग्रेस नेता परिसर के अंदर आपस में भिड़े और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भी वहीं उनकी तू-तू मै-मैं हो गई।
कांग्रेस नेता सिर्फ परिसर के अंदर ही नहीं भिड़े बल्कि परिसर के बाहर भी एक दूसरे से भिड़ते दिखे और बैठक के बाद कैम्पस में जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा के पिता और शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज पार्टी के गाजियाबाद जिला अध्यक्ष हरेंद्र कसाना के साथ उलझते देखे गए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने अपनी दम पर चुनाव लड़ा था। इस बार उसे इतिहास की सबसे बड़ी हार उत्तर प्रदेश में ही मिली है। 80 में से केवल एक सीट रायबरेली से सोनिया गांधी जीत पाई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी अमेठी से चुनाव हार गए है। कांग्रेस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्वी यूपी की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को दी थी। उम्मीद थी कि चुनाव में पार्टी अच्छा प्रदर्शन करेगी।