MCU SCAM : पत्रकारिता विवि के पूर्व कुलपति अब हाजिर होने की बजाय गिड़गिड़ाने लगे

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ईओडब्ल्यू को पत्र लिखकर मांगी मोहलत, दो दिन का अतिरिक्त समय एसपी ने दिया, वित्तीय अनियमितता और नियुक्तियों को लेकर होनी है पूछताछ

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा के समर्थित (MCU Scam) प्रोफेसर बीके कुठियाला अब गिड़गिड़ाने लगे हैं। उन्होंने आर्थिक प्रकोष्ठ विंग (EOW) के सामने पेश होने के लिए समय मांगा हैं। एसपी ईओडब्ल्यू ने दो दिन का वक्त दे दिया है। कुठियाला से माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय एवं संस्थान में हुई वित्तीय अनियमित्ता और नियुक्तियों को लेकर पूछताछ की जानी है।

पहले पत्र लिखकर अपना पक्ष सुनाया
इस मामले में कुठियाला ने (MCU Scam) एफआईआर दर्ज होने के बाद अपनी तरफ से पक्ष मीडिया में चलाया था। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि जो भी काम किया गया वह सरकारी मानकों के तहत किया गया। विश्वविद्यालय अपने प्रचार-प्रसार के लिए आयोजन कराती है। इसमें किसी दल, संगठन विशेष के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने दावा किया था कि उनके पास कोई सूचना इस संबंध में नहीं आई हैं। अगर नोटिस मिलेगा तो वह हर जांच का सामना करने के लिए तैयार रहेंगे।

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अब यह बोला
ईओडब्ल्यू (EOW) ने जांच के लिए बीके कुठियाला (MCU Scam) को नोटिस भेजा। इसमें उन्हें 8 जून को ईओडब्ल्यू के समक्ष हाजिर होने के लिए आदेश था। उन्होंने हाजिर होने की बजाय एक पत्र ईओडब्ल्यू को पहुंचा दिया। कुठियाला ने दो से तीन दिन की मोहलत मांगी है। जिसके बाद ईओडब्ल्यू एसपी अरूण मिश्रा ने 11 तारीख को हाजिर होने के लिए पत्र भेज दिया है।

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यह है मामला
जानकारी के अनुसार ईओडब्ल्यू (EOW) ने इस गड़बड़ी के मामले में (MCU Scam) अप्रैल, 2019 में मुकदमा दर्ज किया था। इसमें 20 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जिसमें पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला, डॉक्टर अनुराग सीठा, डॉक्टर पी शशिकला, डॉक्टर पवित्र श्रीवास्तव, डॉक्टर अविनाश बाजपेयी, डॉक्टर अरूण कुमार भगत, प्रोफेसर संजय द्विवेदी, डॉक्टर मोनिका वर्मा, डॉक्टर कंचन भाटिया, डॉक्टर मनोज कुमार पचारिया, डॉक्टर आरती सारंग, डॉक्टर रंजन सिंह, सुरेन्द्र पाल, डॉक्टर सौरभ मालवीय, सूर्य प्रकाश, प्रदीप कुमार डहेरिया, उसका भाई सत्येन्द्र कुमार डहेरिया, गजेन्द्र सिंह, डॉक्टर कपिल राज चंदौरिया और रजनी नागपाल समेत अन्य के नाम थे। इसमें आरती सारंग प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग की बहन हैं। वहीं प्रोफेसर संजय द्विवेदी बघेलखंड के एक कद्दावर नेता के रिश्तेदार हैं।

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अब तक क्या
इस मामले में (MCU Scam) राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा पक्ष रखने भोपाल आ चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि कुलपति दीपक तिवारी के चयन से लेकर मामला दर्ज करने में सरकार ने काफी जल्दबाजी दिखाई। यह राजनीतिक नैतिकता की पराकाष्ठा है। पर जब उनसे एमसीयू के भ्रष्टाचार को लेकर सवाल दागे तो वे भावुक हो गए थे। वह अपना बचाव करने में भी कामयाब नहीं रहे। वे कोई सबूत भी मीडिया के सामने पेश नहीं कर पाए थे।

ईओडब्ल्यू के यह है आरोप
ईओडब्ल्यू (EOW) का आरोप है कि घोटाला लगभग 25 लाख रूपए का है। कुठियाला के कार्यकाल में हुई वित्तीय गड़बडिय़ों (MCU Scam) की फेहरिस्त लंबी हैं। हालांकि प्राथमिक जांच में जो बातें सामने आई है उसके अनुसार कुठियाला ने विवि के बजट से आठ लाख रुपए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को भुगतान किए। यह भारतीय जनता पार्टी की छात्र इकाई है। इसके अलावा राष्ट्रीय ज्ञान संगम के लिए विवि से ही साढ़े नौ लाख रुपए का भुगतान किया गया। वहीं जम्मू-कश्मीर अध्ययन केन्द्र की तरफ से श्रीश्री रविशंकर के आश्रम में आयोजित राष्ट्रीय विद्वत संगम के लिए तीन लाख रुपए का (MCU Scam) भुगतान किया गया। नागपुर में भारतीय शिक्षण मंडल नाम की संस्था को आठ हजार रुपए दिए गए। यह संस्था भी आरएसएस से जुड़ी है।

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कौन है कुठियाला
कुठियाला पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में डेढ़ दर्जन से अधिक नियुक्तियां (MCU Scam) यूजीसी के मापदंड़ों के अनुसार नहीं की। सरकारी पैसों पर यात्रा, शराब से लेकर कई अनाप-शनाप बिल लगाकर भुगतान लिया गया। ईओडब्ल्यू ने जालसाजी, गबन, साजिश समेत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत प्रकरण दर्ज किया है। कुठियाला को पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज का करीबी माना जाता है। ईओडब्ल्यू (EOW) ने बताया कि वित्तीय अनियमितता 2010 से 2018 के बीच की गई। इस वक्त कुलपति बीके कुठियाला थे। उन्होंने विवि में दो बार का कार्यकाल पूरा किया था। माखनलाल से पहले कुठियाला हिसार, कुरूक्षेत्र, दिल्ली के आईआईएमसी समेत कई अन्य शिक्षण संस्थानों में रहे थे। माखनलाल से हटने के बाद कुठियाला को हरियाणा में स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल का चेयरमेन बनाया गया। उन्हें यह कुर्सी खटï्टर सरकार ने विरोध के बावजूद थमाई।

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