Bhopal Cop News: राजधानी में जॉली एलएलबी पार्ट 2 का किरदार न बन जाउं इस भय में भटक रहा थाने का निगरानी बदमाश, सड़क दुर्घटना में हुई मौत के एक मामले की रोचक कहानी, जिसमें एसआई रिकॉर्डिंग के आधार पर लाइन हाजिर हो गए, बारीकी से कॉल डिटेल खंगाली तो ‘गठबंधन’ हो जाएगा उजागर, मौत फिर पत्रकार की कहानी के बीच उलझी थाना पॉलिटिक्स
भोपाल। आपको अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म जॉली एलएलबी पार्ट 2 याद होगी। यदि आपने वह फिल्म नहीं देखी हैं तो उसको बनाने की मूल वजह हम ही बता देते हैं। फिल्म में किस तरह से असली को नकली और नकली को असली बनाकर पुलिस के एक अधिकारी खेल करते हैं। आखिरी में पुलिस के ही एक अफसर के सामने आने पर कहानी का पटाक्षेप हो जाता है। कुछ इसी तरह का एक खेल भोपाल (Bhopal Cop News) शहर के कोलार रोड थाने में चल रहा है। इस कहानी में अभी एक पहलू सामने आया है। जिसमें अधिकारियों ने एसआई को लाइन हाजिर कर दिया है। यदि पूरे प्रकरण की बारीकी से पड़ताल हुई तो थाने के भीतर चल रहे गठबंधन की कई परतें खुल जाएगी। यह पूरा मामला एक निगरानी बदमाश के तरफ से की जा रही शिकायतों के बाद सामने आया है।
यहां से शुरू हुई कहानी फिर कई पार्ट में बिखरती चली गई
कोलार रोड (Kolar Road) थाना क्षेत्र में 10 अप्रैल को सड़क हादसा हुआ था। जिसमें पुलिस ने मर्ग 31/23 दर्ज किया था। हादसे में ट्रैक्टर पर सवार रामबाबू कुर्मी (Rambabu Kurmi) की मौत हो गई थी। इसी मामले में जांच के बाद 14 अप्रैल की दोपहर साढ़े बारह बजे 267/23 धारा 304—ए (लापरवाही से वाहन चलाने के कारण हुई दुर्घटना में मौत का प्रकरण) दर्ज किया गया था। प्रकरण में आरोपी ट्रक एमपी—04—जीबी—2885 का चालक बनाया गया था। यह ट्रक पुलिस को मौके पर मिल गया था। ट्रक ने पीछे से टक्कर मारी थी। जिसके बाद रामबाबू कुर्मी ट्रेक्टर से नीचे गिरा और ट्रक के पहिए के नीचे आ गया था। इसकी जांच एसआई जगन्नाथ परतेती (SI Jagannath Parteti) कर रहे थे। इस मामले में वे ओम नगर (Om Nagar) निवासी दुर्गेश यादव उर्फ जीतू (Durgesh Yadav@Jeetu) की भूमिका संदिग्ध मान रहे थे। दरअसल, जिस ट्रक से दुर्घटना हुई वह दुर्गेश यादव पहले कभी चलाता था। उस दिन वह मौके पर भी पुलिस को मिला था। लेकिन, अब उसका कहना है कि उसने गैस एजेंसी की नौकरी छोड़ दी है।
इस कारण पत्रकार का रोल सामने आया
पुलिस दुर्गेश यादव को दबोचती उससे पहले मामले को जांच में डाल दिया गया। अभी तक इस मामले में ट्रक चालक की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इधर, दुर्गेश यादव का किसी आशीष शर्मा (Ashish Sharma) ने स्टिंग आपरेशन कर दिया। आरोप है कि वह गैस का कम वजन और उसकी रिफलिंग की स्टोरी पर काम कर रहा था। जिसको लेकर दुर्गेश यादव ने उसे धमकाया। वह थाने पहुंच गया और शिकायत दर्ज कराई। इसी शिकायत की जांच के लिए एसआई जगन्नाथ परतेती ने दुर्गेश यादव को फोन लगा दिया। फोन पर बातचीत करते हुए डीसीपी ने आपा खो दिया। उन्होंने उसे गाली देते हुए हत्या के प्रकरण में फंसाने की धमकी दे दी। दुर्गेश यादव ने बातचीत की वह रिकॉर्डिंग डीसीपी विजय कुमार खत्री (DCP Vijay Kumar Khatri) को भेज दी। जिसके बाद एसआई जगन्नाथ परतेती को रविवार को लाइन हाजिर कर दिया। इस संबंध जगन्नाथ परतेती ने बातचीत करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी एसआई जय कुमार (SI Jai Kumar) प्रतिक्रिया दे सकते हैं।
मैं सुधरना चाहता हूं मुझे फंसा सकती है पुलिस
इस मामले में दुर्गेश यादव ने कहा कि वह कभी निगरानी बदमाश था। यह तब हुआ था जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार (Bhopal Cop News) हुआ करती थी। मेरे पर सारे मुकदमे फर्जी थोपे गए थे। कुछ मुकदमों पर समझौता हो गया है। उसने कहा कि मैं अगले महीने शादी करने जा रहा हूं। मेरा सड़क दुर्घटना में कोई रोल नहीं है। इसके बावजूद एसआई ने फोन पर मुझे फंसाने की धमकी दी थी। मैं इस संबंध में पुलिस कमिश्नर से भी शिकायत करूंगा। मुझे लगता है कि पुलिस झूठे प्रकरण में फंसाने की साजिश कर रही है। इधर, पुलिस सूत्रों ने बताया कि दुर्गेश यादव को थाने में संरक्षण प्राप्त है। उसे इस प्रकरण में मार्गदर्शन थाने के ही कुछ अधिकारियों ने दिया था। जिस कारण पूरा प्रकरण प्रकाश में आ गया।
दुर्गेश यादव ने पिछले दिनों अलग—अलग तीन किस्त में करीब 50 हजार रूपए दिए थे। उस पर ढ़ाई लाख रूपए देने का दबाव बनाया जा रहा था। वह व्यक्ति कौन था, क्या उसका थाने से कनेक्शन है, यह जांच का विषय है। लेकिन, पूरे प्रकरण को एसआई जगन्नाथ परतेती पर डालकर पूर्व के आरोपों पर पर्दा डाला जा रहा है। इस मामले में डीसीपी विजय कुमार खत्री और प्रभारी कोलार रोड थाना प्रभारी जय कुमार से प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया था। इस विवादित प्रकरण में कई सवाल है जिसमें पुलिस विभाग की तरफ से पक्ष अपेक्षित हैं। द क्राइम इंफो के पास दुर्गेश यादव और एसआई जगन्नाथ परतेती के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग मौजूद है। उसमें आपत्तिजनक गालियां है इसलिए उसका इस्तेमाल हम नहीं कर रहे हैं।
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