Fake currency : पाकिस्तान में छप रहे दो हजार के नकली नोट, नेपाल में पकड़ाया बड़ा जखीरा

Share

 fake currencyमहिला समेत छह आरोपियों के कब्जे से मिले आठ करोड़ रुपए के नकली नोट, दुबई के रास्ते नेपाल में उतारी जा रही थी खेप

काठमांडू। यह भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की नई चाल (Fake currency) हैं। वह कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराने में नाकाम हो रहा है। अब वह भारत को आर्थिक रूप से चोट पहुंचाना चाहता है। इसके लिए वह बड़ी मात्रा में नकली भारतीय मुद्रा (Fake currency) को अपने यहां छाप रहा है।

यह खुलासा किया है नेपाल की राजधानी काठमांडू में गिरफ्तार हुए छह आरोपियों ने, जिसमें से एक महिला भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों में 41 वर्षीय मोहम्मद अख्तर, 39 वर्षीय नादिया अनवर और 67 वर्षीय नसीर उद्दीन है। यह तीनों आरोपी पाकिस्तानी मूल के नागरिक हैं। यह तीनों आरोपी दुबई के कतर शहर से फ्लाइट पर नकली नोट लेकर (Fake currency) सवार हुए थे। इनके पास लगभग आठ करोड़ रुपए नकली भारतीय मुद्रा (Fake currency) थी। यह हूबहू दो हजार रुपए जैसी दिखती है। इस रकम को लेने के लिए त्रिभुवन विमानतल में पहुंचे तीन अन्य यूनिस अंसारी, उसका साला सोहेल खान और ड्राइवर सूर्य विनायक को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों को शुक्रवार सुबह लगभग साढ़े नौ बजे गिरफ्तार किया गया है।

पहले भी पकड़ाया है आरोपी
रानी पोखरी में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया गया कि आरोपी यूनिस ललितपुर महानगर पालिका में ताल्छीखेल का रहने वाला है। उसने अपने साले सोहेल को रौतहट जिला से लिया। यह दोनों को ड्राइवर सूर्य विनायक लेकर विमानतल पर पहुंचा था। भारत की नकली मुद्रा (Fake currency) करीब सात करोड़, 67 लाख और 94 हजार रुपए लगैज में छुपाकर रखे गए थे। यूनिस अंसारी नेपाल में पहले भी नकली भारतीय मुद्रा चलाने के आरोप में गिरफ्तार हो चुका है।

यह भी पढ़ें:   Fake Currency : गुजरात में फलफूल रहा नकली नोट का कारोबार, सूरत के बाद अब वडोदरा में मिले

टीवी चैनल चलाता है आरोपी
नेपाल में पांच सौ और दो हजार रुपए के चलन में पहले से ही रोक हैं। इस गिरोह के फिर से सक्रिय होने की जानकारी नेपाली सुरक्षा एजेंसी को मिली थी। जिसके बाद इस गिरोह की बकायदा रैकी की जा रही थी। आरोपी यूनिस इससे पहले भी चार साल की जेल काटकर आ चुका हैं। जब वह पकड़ाया था तब उससे चालीस लाख रुपए (Fake currency) मिले थे। यूनिस नेपाल में एक टेलीविजन चैनल चलाता था। यूनिस कोई राज न खोल दे इसके लिए जेल के भीतर भी एक बार हमला हो चुका है।

Don`t copy text!