Bhopal News: एक साल पहले रेलवे पटरी पर मिली थी बिन सिर वाली लाश, जेब में रखा था सुसाइड नोट
भोपाल। क्राइम सीन में सबकुछ अनजान पुलिस के सामने होता है। उसे सबकुछ जुटाकर कढ़ियां जोड़नी होती है। इसके बाद सबूत जुटाकर पुलिस किसी निष्कर्ष पर पहुंचती है। पुलिस विभाग के लिए ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यह घटना भोपाल (Bhopal News)सिटी के शाहपुरा इलाके की है। यहां लगभग एक साल पहले पुलिस को रेलवे पटरी पर लाश मिली थी। लाश एक पुरुष की थी जिसका सिर धड़ पर नहीं था। अब इस मामले में पुलिस ने लाश की कथित पत्नी और उसके प्रेमी के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है।
परीक्षण के लिए भेजा गया पत्र
शाहपुरा थाना पुलिस के अनुसार 3 अगस्त की रात लगभग 10 बजे 465/22 धारा 306/34 (आत्महत्या के लिए उकसाना और एक से अधिक आरोपी का मामला) दर्ज किया है। इस मामले (Bhopal News) में आरोपी भारती साहू और हाकम सिंह सिकरवार है। यह प्रकरण शाहपुरा पुलिस मर्ग 35/21 की जांच के बाद दर्ज किया गया। घटना 15 सिंतबर, 2021 को हुई थी। पुलिस को शाहपुरा इलाके में तीसरी रेलवे लाइन में दो बिजली पोल के बीच क्षतविक्षत लाश मिली थी। यह जानकारी शाहपुरा पुलिस को हबीबगंज आरपीएफ के एएसआई अवधेश सेन (ASI Awadhesh Singh) ने दी थी। पुलिस को मौके पर धड़ मिला था। शरीर को जानवरों ने कई जगह नोंच खाया भी था। कपड़ों की तलाशी लेने पर एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें पता चला कि भारती साहू (Bharti Sahu)उसकी पत्नी है। जबकि मरने वाला 35 वर्षीय बृजेश साहू (Brajesh Sahu)है। सुसाइड नोट में लिखा था कि भारती साहू के हाकम सिंह सिकरवार (Hakam Singh Ahirwar) से अवैध संबंध है। इस कारण वह आत्महत्या कर रहा है। पुलिस ने पत्र को परीक्षण के लिए क्यूडी शाखा को भेजा था।
पुलिस क्या देगी दलील
शाहपुरा पुलिस ने मर्ग जांच के बाद प्रकरण दर्ज कर लिया है। लेकिन, पुलिस को आज तक सिर नहीं मिला। मामले की जांच एसआई अफसार खान (SI Afsar Khan) ने की थी। उनसे जब पूछा गया कि शव बृजेश साहू का है यह तस्दीक उस वक्त भारती साहू ने की थी। अब वह प्रकरण (Bhopal News) में आरोपी बना दी गई है। ऐसे में वह शव की पहचान को चुनौती देते हुए पुलिस जांच को कठघरे में ला सकती है। एसआई ने बताया कि महिला ने ही शव को पहचाना था। इसलिए उसको पति मानकर शव सौंपा गया। जबकि बृजेश साहू के बच्चे से लेकर कई अन्य परिजन मौजूद उस वक्त भी थे। लेकिन पुलिस ने डीएनए जैसा कोई निर्णय नहीं लिया। अब अदालत में यह प्रकरण कब तक पुलिस की दलीलों के सामने टिकेगा यह आने वाला भविष्य ही तय करेगा।
यूक्रेन में महिला हिंसा की वह दास्तां जो दुश्मनी की वजह से रूसी सैनिकों के निशाने पर आईं
खबर के लिए ऐसे जुड़े
हमारी कोशिश
है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।