Jabalpur News : बुकिंग से हुई कमाई को बोगस फर्म में लगाई, इंकम टैक्स अधिकारियों को पुलिस ने मौके पर बुलाया
भोपाल/जबलपुर। पुलिस को यकीन नहीं था कि वह जहां छापा मारने जा रही है वह मामला दूसरा निकलेगा। पुलिस को सूचना ऑन लाइन सट्टे की मिली थी। लेकिन, छानबीन हुई तो वह बेनामी संपत्ति का अड्डा निकला। जिसके बाद जांच में आयकर अधिकारियों को भी शामिल करना पड़ा। घटना जबलपुर (Jabalpur News) के लार्डगंज थाना क्षेत्र की है। इस मामले में पुलिस ने दो सटोरियों को दबोचा है। जबकि उनके दो साथी जो रकम को बोगस फर्म के रास्ते खपाते थे वह फरारहै। हालांकि उनके लॉकर से पुलिस को 21 लाख 55 हजार रुपए से अधिक की रकम मिली है। मामला हवाला रैकेट से जुड़े होने की भी संभावना है।
ऐसे जुड़ती गई कड़ियां
दो लोग अभी भी भूमिगत
पुलिस मुख्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा को 19 मई की रात इस बात की सूचना मिली थी। जिसके बाद थाना लॉर्डगंज स्थित राईट टाउन लाईफ स्टाईल फर्नीचर के पास आरके टावर के चैम्बर 203 और 204 में दबिश दी। यहां ओपन वैब पर एक्सचेंज के जरिए घर बैठे ऑन लाईन सट्टा खिलाया जा रहा था। यह काम सतीश सनपाल (Satish Sanpal) कर रहा था। यहां पुलिस को मनोज सनपाल और दीपक रजक मिले। जिन्होंने पूछताछ में बताया कि रकम अमित शर्मा (Amit Sharma) और विवेक पांडे (Vivek Pandey) के पास रहती है। उनके ठिकाने भी बताए गए। हालांकि वहां पर दोनों नहीं मिले। दोनों आरोपी सतीश सनपाल और आजम के लिए सट्टा का केवल काम करते हैं। लेनदेन वे ही करते हैं। जिसके बाद पुलिस उस लॉकर तक पहुंची जहां रकम रखी हुई थी।
कई सफेदपोश होंगे बेनकाब
पुलिस टीम ने दो अलमारी का लॉकर खुलवाया। जिसके बाद उसके होश उड़ गए। पुलिस ने लॉकर से 21 लाख 55 हजार 600 रूपये बरामद किए। इसके अलावा 27 नग कम्पनियों की सील मिली। वहीं तीन ऋण पुस्तिका, सात नोटपैड जिसमें सट्टे के लेनदेन के लाखों का हिसाब-किताब मिला। इसके अलावा 34 चेक बुक, प्रॉपर्टी से संबंधित कागजात मिले। कमरे में फ्रेमिंग किया हुआ डिजिटल इंडिया एक्सप्रेस का पंजीयन प्रमाण पत्र भी जब्त किया गया। जिसमें प्रकाशक का नाम सतीश सनपाल है। इसके बाद इन्कम टैक्स अधिकारियों से चर्चा करते हुये सटोरिए सतीश सनपाल के बेनामी फर्मो में सट्टे की रकम जमा कराये जाने के संबंध में जानकारी दी गई। अमित शर्मा एवं विवेक पाण्डे की तलाश जारी है।
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