अमेरिका में सौंपा गया पहला अपाचे (Apache), 22 हेलिकॉप्टर की हुई है डील
नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना को विश्व का सबसे आधुनिक और घातक हेलिकॉप्टर (Apache Helicopter) मिल गया है। लादेन किलर के नाम से मशहूर पहला अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर (Apache Helicopter) अमेरिका के ऐरिजोना में भारतीय वायुसेना को सौंपा गया। अमेरिकी कंपनी बोइंग से भारत ने 22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने की डील की है। अभी भारतीय वायु सेना रूस निर्मित एमआई-35 का इस्तेमाल करती है।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अपाचे युद्ध के समय ‘गेम चेंजर’ की भूमिका निभा सकता है। अमेरिका ने ब्लैक हॉक और अपाचे हेलिकॉप्टर (Apache Helicopter) के अंदर कुछ बदलाव करके वर्ष 2011 में उसका इस्तेमाल पाकिस्तान के अंदर घुसकर अलकायद चीफ ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए किया था। ओसामा के मारे जाने की पाकिस्तानी सेना को भनक तक नहीं लगी थी।
बोइंग एएच-64ई अपाचे हेलिकॉप्टर में कई खूबियां हैं जो उसे विश्व का सबसे आधुनिक लड़ाकू हेलिकॉप्टर बनाती है। इसका इस्तेमाल अमेरिका के साथ-साथ इजरायल, इजिप्ट और नीदरलैंड की सेनाएं भी करती है। इस हेलिकॉप्टर ने पहली उडान 1975 में भरी थी। अमेरिकी सेना में इसे 1986 में शामिल किया गया था।
अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर की सबसे बड़ी खासियत इसकी गति है। ये करीब 365 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता हैं। लिहाजा पलक झपकते ही दुश्मन को निस्तेनाबूत कर देता है।
इसमें दो जनरल इलेक्ट्रिक T700 टर्बोशैफ्ट इंजन हैं और आगे की तरफ एक सेंसर फिट है जिसकी वजह से यह रात के अंधेरे में भी उड़ान भर सकता है। अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर में हेलिफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें लगी हैं और दोनों तरफ 30mm की दो गनें हैं।
हेलिकॉप्टर को इस तरह डिजाइन किया गया है कि ये किसी भी परिस्थिति में टिका रह सकता हैं। किसी भी मौसम में उड़ान भर सकता हैं। इसमें पायलटों के बैठने के लिए दो सीटें होती हैं।
अपाचे हेलिकॉप्टर का सबसे खास फीचर इसका हेल्मेट माउंटेड डिस्प्ले, इंटिग्रेटेड हेलमेट और डिस्प्ले साइटिंग सिस्टम जिसकी मदद से पायलट हेलिकॉप्टर में लगी ऑटोमैटिक M230 चेन गन को अपने दुश्मन पर टारगेट कर सकता है।