बिजली विभाग के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश, टूटे तार में जा घुसी थी बाइक
कानपुर। बाप-बेटे जिंदा जल गए। दोनों एक-दूसरे को देखते हुए जीवन बचाने की नाकाम कोशिश भी करते रहे। मामला कानपुर के देहात क्षेत्र के भोगनीपुर इलाके का है। घटना के खिलाफ ग्रामीणों में गुस्सा था। यह गुस्सा बिजली विभाग को लेकर था। काफी मशक्कत के बाद भीड़ को नियंत्रित किया जा सका।
जानकारी के अनुसार हादसा भोगनीपुर में टूटे पड़े तार की वजह से हुआ। यह तार टूटा हुआ था और उसमें बिजली सप्लाई चालू थी। तभी बाइक उसमें जा घुसी और बाप-बेटे की मौत हो गई। मरने वालों की पहचान कानपुर देहात के भोगनीपुर कोतवाली के गौरीकरन गांव निवासी 55 वर्षीय रामदत्त पाल और उनके २५ वर्षीय बेटे राजू उर्फ छोटू के रूप में हुई है। दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। पुलिस मामले में लापरवाही का पता लगाने के लिए जांच कर रही है।
ऐसे हुई घटना
ग्रामीणों ने बताया कि बाप-बेटे सुबह करीब पांच बजे सुनियापुर जाने के लिए एक साथ निकले थे। गौरीकरन और सुनियापुर के बीच रास्ते में बिजली का तार टूटकर पड़ा हुआ था। इस बात से दोनों बाप-बेटे बेखबर थे। दोनों करंट की चपेट में आ गए। वे काफी देर तक छटपटाते भी रहे। यह घटना कई लोगों ने भी देखी लेकिन बचाने के लिए सामने कोई नहीं आया। दोनों चीखते हुए मौके पर ही जिंदा जल गए।
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बाइक भी जली
बिजली की तार में हाई वोल्ट का करंट दौड़ रहा था। लाइन डैमेज होने की जानकारी बिजली विभाग को थी या नहीं इसकी जांच पुलिस कर रही है। बताया जाता है कि जैसे ही बाप-बेटे करंट की चपेट में आए तो वहां शार्ट सर्किट होने लगा। इसी शार्ट सर्किट की निकली चिंगारी से बाइक में भी आग लग गई।
परिजनों का बुरा हाल
रामदत्त की पत्नी कमला देवी, पुत्र रवि व वीरू, पुत्र वधू रीना व नीतू विवाहिता पुत्री डॉली रो-रोकर बेहाल हो गए। कोतवाल भूपेंद्र सिंह राठी और एसआई शैलेन्द्र सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद उच्चाधिकारियों को जानकारी दी। पुलिस ने शव उठाने का प्रयास किया तो लोग परिजन आक्रोशित हो गए। परिजनों ने बिजली विभाग के अधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग की। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया।