Covid Pandemic Update News: विश्व स्वास्थ्य संगठन का दावा कोविड—19 खतरनाक दौर पर, भारत में मिला था यह वैरियंट
दिल्ली। देशवासियों के लिए यह खबर बुरी मिल रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दावा किया है कि डेल्टा वैरियंट (Covid Pandemic Update News) अपना स्वरुप बदल रहा है। यह कोविड—19 का सबसे बुरा दौर है। इस वैरियंट को भारत में देखे जाने का दावा डब्ल्यूएचओ ने किया था। अब संगठन का कहना है कि यह 100 देशों में फैल चुका है। डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि जिन देशों ने वैक्सीनेशन कम किया है या फिर ज्यादा किया है उनके लिए यह वैरियंट खतरा है।
तीन महीने की मोहलत
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम ग्रेबेयेसस के हवाले से कई मीडिया हाउस ने इस रिपोर्ट का प्रकाशन किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वैरियंट स्वरुप बदल रहा है और बहुत ज्यादा संक्रामक है। इससे निपटने के लिए खुले स्थानों पर कम संख्या में लोगों के साथ समय बिताना ज्यादा बेहतर रहेगा। डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि इस वैरियंट से निपटने के लिए सितंबर, 2021 तक लगभग 70 फीसदी आबादी को वैक्सीनेशन किया जाना जरुरी है। यह आग्रह डब्ल्यूएचओ ने कई देशों से कहा है। यह जानकारी शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेस के जरिए दी गई थी। डब्ल्यूएचओ से साफ है कि भारत इस वैरियंट से ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में शामिल है। हालांकि अधिकारियों ने सीधे किसी भी देश का नाम नहीं लिया है। भारत में लगभग 12 राज्यों में यह वैरियंट फैला हुआ है।
यह टीके हैं असरदार
डेल्टा वैरियंट की चेतावनी के साथ एक सुखद खबर भी मिल रही है। दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों का दावा है कि अमेरिका की दो कंपनियों के टीके काफी कारगर है। यह कोविड—19 की बजाय डेल्टा वैरियंट में ज्यादा असरकारक हो सकते हैं। कोरोना वायरस का बीटा और डेल्टा वैरियंट हैं। यह टीका जॉनसन एंड जॉनसन और फाइजर कंपनी के हैं। इन दावों पर अभी डब्ल्यूएचओ की प्रतिक्रिया मिलना बाकी है। इधर, भारत बायोटेक कंपनी के कोवैक्सीन को भी डेल्टा वैरियंट में लगभग 78 फीसदी कारगर होने की रिपोर्ट सामने आ रही है। यह रिपोर्ट 25 जगहों पर किए गए क्लिनिकल ट्रायल के बाद सार्वजनिक की गई है।