Bhopal News: गोली लगने से मरा की नहीं यह पता लगाने दो दोस्तों को भाईयों ने पीछे से भेजा
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज (Bhopal News) कोलार इलाके से मिल रही है। यहां एक सेल्समेन को गोली माकर हत्या करने का प्रयास किया गया। यह हमला उसकी पूर्व प्रेमिका के दो भाईयों और मामा ने मिलकर किया था। हमले में वह मरा की नहीं यह पता लगने के लिए तीनों आरोपियों ने पीछे से दो दोस्तों को मौके पर पहुंचाया था। हमला करने वाले आरोपी हरदा के रहने वाले हैं।
हमीदिया अस्पताल में भर्ती
कोलार थाना पुलिस के अनुसार 10 जून को पुलिस ने धारा 307/506/34 (जानलेवा हमला, धमकाना और एक से अधिक आरोपी) के तहत के दर्ज किया है। हमले की यह घटना 9 जून की रात लगभग 11 बजे सेमरी रोड पुलिया के पास हुई थी। हमले के आरोपी टोनू उर्फ विकास वर्मा, अंश उर्फ पप्पू अग्रवाल (Ansh@Pappu Agrawal), विनय, विकास के मामा राजू और जगदीश वर्मा (Jagdissh Verma) है। हमले में जख्मी दीपू उर्फ दीपेन्द्र उर्फ नारायण दास पटेरिया पिता विश्वनाथ पटेरिया उम्र 26 साल है। वह हमीदिया अस्पताल में भर्ती है। उसने बताया कि वह आईबीडी हॉल मार्क सिटी में रहता है। उसने बताया कि सारिका से उसके पहले संबंध थे। लेकिन, अब वह टूट गए है। इसी बात से उसके परिवार उससे नाराज चल रहे थे।
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पैर मेें लगी गोली
घायल को पहले कोलार स्थित डिस्पेंसरी फिर वहां से हमीदिया अस्पताल भेजा गया था। दीपेन्द्र पटेरिया (Deependra Pateriya) ने बताया कि घटना वाले दिन सारिका के भाई टोनू उर्फ विकास वर्मा, जगदीश वर्मा और राजू मिल गए। तीनों कार पर सवार थे। तीनों आरोपी नारायण दास पटेरिया (Narayan Das Pateriya) को जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाकर कोसने लगे। विकास वर्मा ने उससे कहा कि अब उसको जिंदा रहने का कोई हक नहीं है। यह बोलकर उसने गोली मार दी। यह गोली दाहिने पैर में जाकर लगी। वह जैसे ही गिरा तो जगदीश वर्मा और राजू (Raju) उसको पैरों से पीटने लगे। शोर मचाने पर आरोपी वहां से कार लेकर भाग गए।
मरा की नहीं तस्दीक करने पहुंचे दोस्त
नारायण दास सेल्समेन की नौकरी करता है। उस पर हमला (Bhopal News) करने वाले भाई और उसके मामा हरदा के रहने वाले हैं। गोली मारने के बाद तीन आरोपी वहां से भाग गए थे। लेकिन, नारायण दास मरा कि नहीं यह तस्दीक करने उन्होंने दो दोस्तों को पीछे से भेजा। आरोपी भाईयों के जाने के बाद बाइक से विनय अग्रवाल (Vinay Agrawal) और अंश अग्रवाल (Ansh Agrawal) वहां पहुंचे। उन्होंने जख्मी के पास आकर उससे नाम पूछा। जैसे ही उसने नाम बताया तो दोनों आरोपी उसको जिंदा रहने का बोलकर फिर पीटने लगे। इन दोनों आरोपियों को दीपेन्द्र पटेरिया पहले से पहचानता है। शोर मचाने पर वहां भीड़ को आता देखकर दोनों आरोपी बाइक लेकर भाग गए।