Bhopal News: नौकरानी ने घर के बाहर फैले खून को देखकर दी थी पड़ोसियों को सूचना
भोपाल। पुलिस इंडिया की हो या फिर इंग्लैंड की, उसको हमेशा यही ट्रेनिंग दी जाती है कि सबूत पुख्ता होने पर ही संतुष्ट होना चाहिए। इंग्लैंड का तो पता नहीं पर इंडिया की पुलिस का एक रोचक मामला सामने आया है। घटना मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal News) के कोहेफिजा इलाके की है। यह बनी बात थी कि पुलिस केस दर्ज नहीं करेगी तो मामला सामने ही नहीं आएगा। ऐसा हुआ भी, पूरे केस को ऐसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया जिसका यकीन नहीं किया जा सकता। हालांकि कई सवाल है जिनके जवाब जांच अधिकारी नहीं दे पा रहे हैं।
हमने बयान दर्ज किए हैं
घटना कोहेफिजा थाना क्षेत्र स्थित इंद्रप्रस्थ कॉलोनी की है। यह मामला 3 जून की सुबह पुलिस के प्रकाश में आया था। सूचना नौकरानी के जरिए कॉलोनी से होते हुए पुलिस के पास पहुंची थी। जख्मी व्यक्ति की उम्र 58 साल है जो कि मोबाइल कारोबारी है। उसके बेटा—बहू अलग रहते हैं। वह जिस दिन जख्मी हालत में मिला था तब कारोबारी नग्न हालात में था। उसको सुदीति अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बयान दर्ज न होने का हवाला देकर उस दिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। फिर बयान दर्ज हुए तो पूरा केस ही गोलमाल बनाकर उसको ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इस मामले में जांच अधिकारी बृजेन्द्र पांडे (ASI Brijendra Pande) का कहना है कि जो जख्मी ने बयान दिए हैं उसमें कोई अपराध नहीं बनता।
यह खड़े हो रहे सवाल
नग्न हालात के सवाल पर जांच अधिकारी बृजेन्द्र पांडे का कहना है कि मोबाइल कारोबारी ऐसा नियमित करता है। उसने पुलिस को बताया है। जख्मी होने पर उसका कहना था कि वह सीढ़ियोें से गिर गया था। फिर अंदर जाकर सो गया। सवाल यह खड़ा होता है कि पुलिस को जो कहानी बताई उसमें बिना मुकदमा दर्ज किए जांच कैसे पूरी हो गई। जख्म थे तो वह बयानों से मेल खा रहे हैं अथवा नहीं इसकी तस्दीक ही नहीं की गई। इसके अलावा मोबाइल कारोबारी के कॉल डिटेल को ही गायब कर दिया गया। शहर में हुई यह घटना जिस तरह से सामान्य बनाई गई है उससे सनसनी फैल सकती थी। लेकिन, ऐसा करने में शहर के पुलिस अफसरों ने रुचि ही नहीं दिखाई।
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एक मामला सीबीआई के पास
इस मामले में पुलिस ने बेटा—बहू के भी बयान दर्ज किए हैं। बेटे का कहना है कि उस घर में मां की मौत हुई थी। वह उन्हें दिखाई देती है इसलिए वहां नहीं रहता। इस बात पर भोपाल (Bhopal News) शहर की कोहेफिजा पुलिस ने यकीन भी कर लिया। उल्लेखनीय है कि कोहेफिजा पुलिस की अपनी ही थ्यौरी होती है। इसलिए वह कई बार विवादों में रही है। वह चाहे शेहला मसूद हत्याकांड का मामला हो या फिर मनुआभान टेकरी में नाबालिग के साथ बलात्कार के बाद हत्या का केस। यह दोनों ही केस सरकार ने सीबीआई को दिए थे। जिसमें से मनुआभान टेकरी मामले में अब तक जांच चल रही है।