Sky threat : स्पेस स्टेशन बनाने के लिए भेजा गया रॉकेट अपना मार्ग भटका, मलबा पृथ्वी पर आकर गिरेगा
दिल्ली। दुनिया के लिए चीन एक साल से सिरदर्द बना हुआ है। दरअसल, कोरोना महामारी चीन के वुहान शहर से ही दुनिया में फैली थी। इस बात के दावे कई डॉक्टर और वैज्ञानिक कर रहे हैं। अब विश्व के लिए चीन ने फिर एक मुश्किल आसमान (SKY Threat) में खड़ी कर दी है। दरअसल, उसका छोड़ गया भारी भरकम रॉकेट अपना मार्ग भूल गया है। वह बहुत तेजी से पृथ्वी के आभा मंडल में आने वाला है। उसके गिरने से तबाही होने की संभावना दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने जताई है। वह कहां गिरेगा अभी यह भी तय नहीं है।
किसने किया खुलासा
चीन के रॉकेट का मलबा लगभग 21 टन वजनी है। वह पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में आने के बाद जलेगा भी। लेकिन, उसके पूरे हिस्से जमीन पर आते—आते कई टुकड़ों में तब्दील होंगे। इससे नुकसान होने की आंशका बनी हुई है। इनके 8 मई शनिवार के दिन तक जमीन पर आने की संभावना दुनिया भर के वैज्ञानिक जता रहे हैं। वैज्ञानिकों की अटकलें यह भी हैं कि आसमान से गिर रहा मलबा न्यूयार्क, मैड्रिड या चीन के पेइचिंग शहर में गिर सकता है। यह तीनों शहरों की आबादी काफी ज्यादा है। संभावित खतरों को देखते हुए उन शहरों में आपदा प्रबंधन को सतर्क कर दिया गया है। निगरानी के साथ—साथ चुनौतियों से निपटने की भी रणनीति पर काम किया जा रहा है। इस बात का खुलासा सैटेलाइट आब्जेक्ट की निगरानी करने वाले खगोल विद जोनाथन मैकडोवेल ने स्पेस न्यूज से किया है।
यह है तियान्हे के राज
चीन के रॉकेट को एक सप्ताह पहले हेनान प्रांत से छोड़ा गया था। चीन ने अंतरिक्ष में स्पेस स्टेशन बनाने का प्रोग्राम शुरु किया है। इसके लिए ही रॉकेट से स्टेशन बनाने के काम आने वाले उपकरण भेजे जा रहे थे। गिरने वाले मलबे को 2021 035बी वैज्ञानिक नाम दिया गया है। भेजे जा रहे उपकरण को तियान्हे नाम दिया गया था। तियान्हे का चीनी भाषा में इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। इस शब्द का मतलब है आकाश गंगा। चीन ने अपने सुपर कंप्यूटर के नाम से ही इसका नाम दिया गया है। चीन का सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में 2570 खरब गणना कर सकता है। इससे पहले अमेरिका के सुपर कंप्यूटर 1750 खबर गणना के साथ पहले नंबर पर था। इससे पहले भी मई 2020 में चीन का रॉकेट रास्ता भटक गया गया था। तब उसका मलबा अटलांटिक में गिरा था।