Bhopal Health News: फंस सकते हैं कई जिम्मेदार, राजनीतिक घमासान होना तय, दिल्ली का कनेक्शन उजागर
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal Health News) में स्वास्थ्य महकमे ने कोरोना महामारी को लेकर कोई नवाचार तो नहीं किया, लेकिन उसने पूरे देश में शर्मसार कर देने वाला मामला जरुर बना दिया। दरअसल, दो दिन पहले हमीदिया अस्पताल के स्टोर रुम से चोरी गए रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में एक बड़े घोटाले की तरफ इशारा कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग मामला पुलिस का बताकर पूरी जिम्मेदारियों से बचना चाह रहा है। जबकि पुलिस के कंधे में पूरी कार्रवाई थोंपकर सरकार को भी लगता है कि वह बच जाएगी। हालांकि इस पूरे प्रकरण में मीडिया के साथ—साथ विपक्षी नेताओं की बहुत बारीकी से नजर है। इस मामले में भविष्य में राजनीति होना भी तय है।
स्टोर और वार्ड की संख्या मैच नहीं
राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल से 863 इंजेक्शन चोरी गए थे। वे जहां से चोरी गए थे वहां सीसीटीवी कैमरे नहीं थे। जाली भीतर से काटी गई थी। इसलिए पुलिस को शक अस्पताल के ही कर्मचारियों पर है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूछताछ में एक मामला सामने आया है। पता चला है कि स्टोर के फार्मासिस्ट ने अपने दिल्ली में भर्ती साले को छह इंजेक्शन पहुंचाए थे। जिस बैचमार्क का इंजेक्शन चोरी हुआ है वह स्टोर से इश्यू भी कराया गया था। दूसरी बात यह भी सामने आई है कि स्टोर रुम से भेजे गए इंजेक्शनों की संख्या कोविड वार्ड में प्राप्त इंजेक्शनों की संख्या से मेल नहीं खाती है। मसलन भीतर ही भीतर यहां लंबा खेल चल रहा था। इधर, अब इस पूरे मामले को स्वास्थ्य कमिश्नर की रवानगी से भी जोड़कर देखा जाने लगा है।
स्वास्थ्य आयुक्त की छुट्टी
सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों सरकार ने स्वास्थ्य आयुक्त की छुट्टी की थी। जिसके बाद एक धड़ा हमीदिया अस्पताल में हावी होने लगा था। इन दोनों के बीच चल रही खींचतान की खबरें आ रही है। हालांकि इस संबंध में कोई भी बातचीत और प्रतिक्रिया देने को राजी नहीं हुआ। सभी सवालों के जवाब में कहा गया कि इंजेक्शन चोरी का मामला पुलिस जांच में हैं। वह ही इस संबंध में ज्यादा बेहतर बता सकेगी। हालांकि सवाल यह खड़ा होता है कि इंजेक्शन जारी कराने से लेकर उसके वितरण में कई कमियां सामने आ रही है। वह काम पुलिस के पास नहीं है।
हमीदिया में सबकुछ ठीक नहीं
हमीदिया अस्पताल में पिछले एक महीने से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यहां एक पखवाड़े के भीतर दो बार हड़ताल होेने की नौबत आ गई थी। सबसे पहले जूडा ने ऐलान किया था। फिर आउटसोर्स कंपनी के कर्मचारी हड़ताल पर जाने वाले थे। इसके बाद हमीदिया अस्पताल में इंजेक्शन चोरी का कांड हो गया। अस्पताल में जारी गतिरोध के बीच चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग कई बार दौरा भी कर चुके हैं। बावजूद इसके हमीदिया में हल्ला अभी भी मचा हुआ है। सारंग के पास कोविड को लेकर भोपाल की जिम्मेदारी भी दी गई है।