बेरहमी से पीटते थे जेल अधिकारी: प्रज्ञा ठाकुर
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा कार्यकर्ताओं से बात करते हुए रो पड़ी। वे जेल में दी गई यातनाओं का जिक्र कर रहीं थी। आपबीती बताते-बताते भावुक हो गई। साध्वी ने बताया कि उन्हें एक चौड़े बेल्ट से पीटा जाता था। पीटने वाले जेल अधिकारी थक जाते थे, तो दूसरे अधिकारी आ जाते थे। लेकिन पिटने वाली वो अकेली ही होती थी। प्रज्ञा का कहना है कि पुलिस अधिकारी चाहते थे कि वो कबूल कर लें कि मालेगांव बम ब्लास्ट में वो दोषी है।
बता दें कि मालेगांव बम ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर 9 साल जेल में रहीं है। देश की अलग-अलग जेलों में उन्होंने सजा काटी है। भाजपा ने उन्हें भोपाल सीट से प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रज्ञा ने दिग्विजय पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि हिंदू आतंकवाद शब्द की दिग्विजय सिंह ने दिया था। आतंकवाद को धर्म से दिग्विजय सिंह ने जोड़ा। वे आतंकवादियों को सम्मान देते है, आतंकियों को प्रचार-प्रसार करते है। यहीं वजह है कि उन्हें देशभक्तों में आतंकवाद नजर आता है। दिग्विजय सिंह हिंदू होने का नाटक कर रहे है।
#WATCH: Alleging torture by jail officials, Sadhvi Pragya Singh Thakur, BJP Lok Sabha candidate from Bhopal, breaks down while addressing the party workers pic.twitter.com/UVUomvmJZ2
— ANI (@ANI) April 18, 2019
क्या है मालेगांव ब्लास्ट मामला
महाराष्ट्र के नासिक जिले के नजदीक मालेेगांव में बम धमाका हुआ था। यह धमाका 8 सितंबर,2008 को एक मस्जिद के पास किया गया था। जिसमें 6 लोगों की जान गई थी और 100 लोग जख्मी हुए थे। जिस दिन यह धमाका हुआ था उस दिन जुमे की नमाज चल रही थी। इस मामले में आरएसएस से जुड़े हिंदूवादी संगठन अभिनव भारत को जिम्मेदार मानते हुए महाराष्ट्र एसआईटी ने मुख्य आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को गिरफ्तार किया था। प्रज्ञा इसी कारण प्रदेश समेत कई जिलों की जेल में रही। पुलिस ने 2013 में आरोपपत्र दाखिल किया था। इसके बाद मई, 2016 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रज्ञा को क्लीनचिट दी।
उम्मीदवारी पर उठाए सवाल, तो संघ ने लिया पक्ष
प्रज्ञा ठाकुर के चुनाव लड़ने पर सवालिया निशान लगाते हुए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने कहा है कि साध्वी एक बम ब्लास्ट की आरोपी है। उन्हें कोर्ट ने जमानत पर रिहा किया है। स्वास्थ्य खराब होने की वजह से उन्हें जमानत मिली है। ऐसे में वो चुनाव कैसे लड़ सकती है। वहीं भाजपा प्रवक्ता राम माधव का कहना है कि भगवा आतंक और हिंदू आतंक जैसे शब्द यूपीए सरकार की देन है। जिसका इस्तेमाल करके कई बेगुनाहों को जेल में डाला गया।