MP Corrupt Officer News: विवादों में फंसे एफएसएल अधिकारी बचाव में बोले निराधार आरोप, एसपी बोले दस्तावेज मेरे पास आए नहीं, सोशल मीडिया में रोजनामचा वायरल
भोपाल। आपने पुलिस को रिश्वत लेते सुना क्या देखा भी होगा। कभी आपने सुना है कि पुलिस ने भी रिश्वत दी हो। आप यकीन नहीं करेंगे पर यह सच्ची घटना मध्य प्रदेश (MP Corrupt Officer News) की हैं। मामला पुलिस थाने के रोजनामचे में बकायदा दर्ज भी है। वह सोशल मीडिया में वायरल होते—होते भोपाल भी पहुंच गया। फिर क्या था बचाव में जिले के एसपी से लेकर एफएसएल के अधिकारी भी आ गए। घटना शाजापुर जिले की है। यहां एक चौकी के हवलदार को मौत के मामले में पीएम ड्राफ्ट भोपाल भेजने के लिए मटन और बीयर की रिश्वत देनी पड़ी थी।
पूरा थाना हिल गया
मामला मध्य प्रदेश के आगरा मालवा जिले से सामने आया है। यहां मर्ग क्रमांक 07/2021 दर्ज किया गया है। इस मर्ग में पुलिस के अफसरों को कुछ बातों का पता लगाना था। जिसके लिए जांच भोपाल रीजनल लैब (Bhopal Regional Lab) से कराना जरुरी थी। इस लैब में जांच के लिए मर्ग इंटीमेशन, जब्ती, शार्ट पीएम रिपोर्ट से लेकर कई अन्य चीजें सबमिट करके ड्राफ्ट तैयार होना था। यह ड्राफ्ट पर हस्ताक्षर शाजापुर में एफएसएल अधिकारी को करने थे। लेकिन, वे इस काम के बदले में 06 किंगफिशर की बोतल और एक हजार रुपए मटन (MP Bribe News) के लिए मांगने लगे। यह बात हवलदार ने चौकी प्रभारी से लेकर थाने के प्रभारी को बताई। फिर क्या था पूरा थाना ही हिल गया।
चौकी प्रभारी तक पहुंचा मामला
आगर मालवा जिले से सिपाही त्रिलोक चंद्र गोयल (Trilok Chandra Goel) को ड्राफ्ट तैयार करने के लिए भेजा गया था। शाजापुर में एफएसएल अधिकारी आरसी भाटी (RC Bhati) से उसकी मुलाकात हुई। यहां जब उसके सामने 06 किंगफिशर बोतल और एक हजार रुपए मटन के मांगे तो उन्होंने बड़ा गांव चौकी में हवलदार जगदीश पेजवाल (Jagdish Pejwal) को बताया। हवलदार ने चौकी प्रभारी माधव सिंह परिहार (Madhav Singh Parihar) को दी थी। हालांकि आगर मालवा एसपी राकेश सगर ने द क्राइम इंफो से बातचीत में कहा मेरे पास ऐसा कुछ नहीं आया है। दस्तावेज होंगे तो मेरी तरफ से जांच की जाएगी।
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मामला संगीन आप संवेदनशीलता बरतें
यह पूरा मामला आगर मालवा जिले के नलखेड़ा थाना क्षेत्र के बड़ागांव पुलिस चौकी का है। जिसमें विवादों में फंसे वरिष्ठ वैज्ञानिक आरसी भाटी ने कहा कि आरोप निराधार और झूठे हैं। जबकि इस पूरे मामले की 19 मार्च की शाम को थाने के रोजनामचे में बकायदा रिपोर्ट भी डाली गई है। सिपाही ने अपनी जेब से बीयर के लिए 1380 रुपए खर्च किए। इसके अलावा एक हजार रुपए मटन के लिए उसने दिए थे। इस संपूर्ण घटनाक्रम में प्रतिक्रिया देते वक्त एसपी ने कहा कि मामला बेहद संवेदनशील है, आप संवेदनशीलता बरतें।
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