Farmer Tractor Rally: कांग्रेस का आरोप मोदी सरकार ने जन समर्थन मिल रहे किसानों को हताश करने के लिए अपनी खामियों को उन पर थोपा
दिल्ली। देशभर में चर्चा का विषय बन रहे किसानों के आंदोलन में अब फूट नजर आने लगी है। एक संगठन ने किनारा कर लिया है। जबकि एक अन्य संगठन के नेता आंदोलन से गायब है। हालांकि इस संबंध में अभी आधिकारिक प्रतिक्रिया आना बाकी है। इधर, गणतंत्र दिवस वाले दिन हुए बवाल पर दिल्ली पुलिस ने एक-एक करके 22 मुकदमे दर्ज किए हैं। यह मुकदमे अलग-अलग थानों में दर्ज हुए हैं। जिसमें सौ से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
दिल्ली में जगह सीआरपीएफ तैनात
खबर है कि किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बाॅर्डर में नहीं है। वहीं भानू किसान संगठन ने अपना धरना समाप्त कर दिया है। वहीं किसान नेता वीएम सिंह ने भी आधिकारिक बयान देकर आंदोलन से किनारा कर लिया है। गणतंत्र दिवस के दिन आयोजित किसानों की ट्रैक्टर रैली में मचे बवाल के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने कई दौर में पुलिस के अफसरों के साथ बैठक की। जिसके बाद दिल्ली में जगह-जगह सीआरपीएफ को तैनात कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस के 86 अफसर और कर्मचारी जख्मी है। पुलिस ने दंगा फैलाने, पुलिस पर हमला करने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य धारा में मुकदमा दर्ज किया है।
कांग्रेस ने सरकार पर जड़े आरोप
गणतंत्र दिवस पर हुए बवाल को लेकर बुधवार शाम कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला बयान देने सामने आए। उन्होंने कहा कि किसानों के प्रदर्शन को जनता का समर्थन मिल रहा था। इस बात से भाजपा सरकार जिम्मेदार है। गणतंत्र दिवस पर होने वाली ट्रैक्टर रैली की आड़ में किसानों के आंदोलनों को खत्म करने की साजिश रची गई। इसके लिए देश के गृहमंत्री अमित शाह सीधे-सीधे जिम्मेदार है। वह आंदोलन को बदनाम करके अपनी जिम्मेदारियों से बचना चाह रही है।