MP MBBS Seat Scam: सीबीआई ने 57 नए आरोपियों के खिलाफ तैयार किए सबूत, चार्जशीट पेश करने की तैयारी
भोपाल। मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापमं घोटाले (MP Vyapam Scam) की परतें अभी भी खुलना बाकी है। दरअसल, सीबीआई ने पीएमटी—2011 में आवंटित सरकारी कोटे की सीट को औने—पौने दामों में बेचे जाने की जांच पूरी कर ली है। सीबीआई ने इस मामले में 57 नए आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटा लिए है। जिसके संबंध में सीबीआई गुरुवार को ग्वालियर जिला अदालत में चार्जशीट पेश करने जा रही है। इस फर्जीवाड़े (MP MBBS Seat Scam) में चिरायु अस्पताल के संचालक डॉक्टर अजय गोयनका भी नाम जोड़ा गया है।
आखिरी तारीख में भी भरी होती थी सीट
सीबीआई ने 2011 में सरकारी कोटे की 39 सीटों के उम्मीदवारों के संबंध में बारीकी से जानकारी जुटाई है। एक सीट की कीमत 50 लाख रुपए तक वसूली गई थी। ऐसा करने के लिए चिरायु अस्पताल के संचालक ने आखिरी तारीख तक सीट को भरा दिखाया था। तारीख निकलने के बाद डमी उम्मीदवार की तरफ से सरेंडर करने फिर उन सीट पर अपने अनुसार पैसा लेकर एडमिशन दिलाया जाता था। फर्जीवाड़े में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसर भी साथ देते थे। सीबीआई ने उन्हें भी आरोपी बनाया है।
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तीन से 57 हो गए
निजी मेडिकल कॉलेजों में सरकारी कोटे की 63 सीटें होती है। इसके लिए तीन चरणों की काउंसलिंग होती है। काउंसलिंग के दौरान ही फर्जीवाड़ा किया जाता था। सीबीआई ने जिस मामले की जांच की उसमें पहले चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। उस वक्त आरोपी तीन थे। लेकिन, सीबीआई जांच के बाद यह संख्या 57 पर पहुंच गई है। आरोपियों में 27 लड़कियां है जो बड़े घरों की है।
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