एटीएम के फुटेज से खुला दोहरे हत्याकांड का राज, इक्कीस दिन में उड़ा दिए थे अय्याशी में साढ़े दस लाख, दंपत्ति की नृशंस हत्या करने वाला सगा भतीजा गिरफ्तार
भोपाल। पैसों के लिए रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। आरोपी ने पैसों को पहले अय्याशी में उड़ा दिया। जब उसे लगा कि उसकी कलई खुलने वाली है तो वह कदम उठा लिया जिसकी कल्पना परिवार ने भी नहीं की थी। मामला राजधानी में १० अप्रैल को हुए दोहरे हत्याकांड का है। इसकी गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है।
क्या है मामला
टीटी नगर इलाके में 10 अप्रैल की शाम करीब सवा पांच बजे सूचना मिली थी कि नर्मदा भवन के नजदीक प्रियदर्शनी नगर में पति-पत्नि घायल अवस्था में पडे है। पुलिस पहुंची तो बुजुर्ग दंपत्ति की मौत हो चुकी थी।
ऐसे मारा
पुलिस को जिसकी लाश मिली थी उसकी पहचान डालचंद और पत्नी की पहचान बेतीबाई के रूप में हुई। डालचंद्र की हत्या सिलबट्टे सिर पर मारकर की गई थी। जबकि बेतीबाई का गला घोंटा गया था। हत्याकांड को लेकर पुलिस को करीबी व्यक्ति पर ही शक था।
ऐसे मिला सुराग
मीडिया को जानकारी देते हुए एएसपी अखिल पटेल, सीएसपी उमेश तिवारी और उनकी टीम।
जांच के लिए एसपी संपत्त उपाध्याय के निर्देशन में तीन टीम बनाई गई थी। जिसका सुपरविजन सीएसपी टीटी नगर संभाग उमेश तिवारी कर रहे थे। जांच के दौरान परिजनों से पता चला कि डालचंद्र के वन विभाग से रिटायरमेंट के बाद पैसा मिला था। यह रकम उनके खातों से गायब हो गई थी। इस बात की दंपत्ति थाने में शिकायत करने वाले थे। यह पता चलने पर पुलिस ने संबंधित खाते की जानकारी लेकर पैसा निकालने की जानकारी ली। इसके फुटेज से ही पुलिस कातिल तक पहुंचने में कामयाब रही।
सबूत मिटाने घर पर कपड़े छुपाए
डालचंद्र के खाते में १ मार्च को करीबन 11 लाख रूपये थे। यह रकम कम होती गई और २२ मार्च को घटकर 28 हजार रूपए तक पहुंच गई। इस मामले में संदेही मनीष को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की गई। आरोपी ने भीम नगर में जाकर अपने कपड़े भी बदले। पुलिस ने वह कपड़े भी बरामद किए। आरोपी मनीष रजक पिता रामसेवक रजक उम्र-27 साल जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के भीम नगर इलाके में रहता है।