18 साल की युवती की लाश ने दी गैंगरेप की ‘गवाही’

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Kondagaon Gang Rape : 7 दरिंदों ने किया था गैंगरेप, 2 महीने बाद पुलिस ने कब्र से निकाली लाश

Kondagaon Gang Rape
सांकेतिक फोटो

कोंडागांव। छत्तसीगढ़ के कोंडागांव (Kondagaon) में गैंगरेप (Gang Rape) का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां दो महीने पहले दफ्न की गई लाश ने सामूहिक बलात्कार (Kondagaon Gang Rape) की गवाही दी है। 18 वर्षीय युवती ने गैंगरेप की घटना से दुखी होकर आत्महत्या कर ली थी। परिजन ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था। लेकिन जब मामले ने तूल पकड़ा तो कब्र खोदकर लाश निकाली गई और फिर हुआ सनसनीखेज खुलासा। मामले में पुलिस ने दो नाबालिगों समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। युवती के साथ 7 दरिंदों ने हैवानियत की थी।

थाना प्रभारी ने की लापरवाही

Kondagaon Rape Case
सांकेतिक तस्वीर

गुरुवार को कोंडागांव के एक पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया। जिसके बाद ये मामला प्रकाश में आया। पुलिस अधिकारी को गैंगरेप और आत्महत्या के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है। 18 साल की आदिवासी युवती के साथ जुलाई में गैंगरेप की वारदात हुई थी। जुलाई में हुई वारदात बीते बुधवार को अचानक उस वक्त सामने आई। जब पुलिस ने धनौरा गांव से युवती के शव को कब्र से खोदकर बाहर निकाला। जांच के बाद मामले में सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया। 7 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद 5 को हिरासत में ले लिया गया है।

उच्च अधिकारियों से भी छिपाया

पीड़िता के चाचा के आरोप लगाते हुए कहा कि धनौरा थाना प्रभारी रमेश सोरी को मामले की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रमेश सोरी को 15-20 दिन पहले पता चल गया था कि युवती के साथ गैंगरेप हुआ था। जिसके बाद उसने सुसाइड किया था। लेकिन जानकारी होने के बावजूद रमेश सोरी ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। यहां तक कि उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को भी मामले की जानकारी नहीं दी थी।

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शादी समारोह में गई थी

Kondagaon Gang Rape
सांकेतिक चित्र

सोरी वर्तमान में कोंडागांव पुलिस लाइन में पदस्थ थे, मामला सामने आने के बाद सोरी को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ जांच बिठा दी गई है। 18 वर्षीय युवती ने 19 जुलाई को अपने घर पर ही आत्महत्या कर ली थी। 18 जुलाई को उसके साथ गैंगरेप हुआ था, जिससे दुखी होकर उसने आत्मघाती कदम उठाया था। युवती एक शादी समारोह में शामिल होने कानागांव गई थी। जहां अपहरण के बाद 7 दरिंदों ने उसे हवस का शिकार बनाया था। युवती के साथ हुई घटना की पुष्टि उसके दोस्त ने की थी। वो भी उस शादी समारोह में शामिल हुआ था। लेकिन मामले की जानकारी लगने के बाद भी परिजन ने कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी। बुधवार को युवती का शव कब्र से निकाला गया। जिसके बाद ऑटोप्सी कराई गई।

सरकार ने बनाई एसआईटी

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 365 (अपहरण), 376 डी (गैंगरेप), 306 ( आत्महत्या के लिए उकसाना), 506, 201 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। राज्य सरकार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। कोंडागांव एडिशनल एसपी को जांच दल का प्रमुख बनाया गया है।

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